Shri Yantra : श्रीयंत्र को धन का सूचक माना गया है, जो मां लक्ष्मी और कुबेर को प्रिय है. जिस घर में श्रीयंत्र इसतरह से स्थापित हो वहां धन धान्य कभी कम नहीं होता है. वैदिक ज्योतिष में मंत्र को किसी आकार में ढालने पर उसे यंत्र कहा जाता है.


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श्रीयंत्र को सिद्धि गुरु शंकराचार्य ने बनाया था जिसे सबसे शक्तिशाली यंत्र कहा गया. श्रीयंत्र धन का सूचक यंत्र माना जाता है. ऐसे में शुक्रवार के दिन श्रीयंत्र की पूजा विशेष फलदायी हो सकती है. माना जाता है कि शुक्रवार के दिन श्रीयंत्र की स्थापना समृद्धि कारक होती है. श्रीयंत्र धन के देवता कुबेर की कृपा दिलाते हैं.



शुक्रवार के दिन भी आप श्रीयंत्र की स्थापना कर करें तो धूप-दीपक-नैवैद्य के साथ घी का दीपक श्रीयंत्र के सामने जलाकर श्रीसूक्त का पाठ करना चाहिए. श्रीयंत्र की स्थापना के बाद इन मंत्रों का जप रोज करना चाहिए. जिस मूलमंत्र का जप करना है, वो इस प्रकार है.



श्रीयंत्र के मूलमंत्र
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं नम्:”, “ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महा लक्ष्म्यै नम्


जिस घर में हर दिन श्रीयंत्र की पूजा होती है, वहां महालक्ष्मी का वास होता है. श्रीयंत्र से परिवार के सदस्यों की धन के देवता कुबेर की कृपा से तरक्की होती है और घर में संपन्नता बनी रहती है. ऐसे में आज ही ज्योतिष के बताये नियमों के अनुसार श्रीयंत्र की स्थापना करें और लाभ पाएं.



डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है