Guru Asta 2024 : वैदिक ज्योतिष के अनुसार देव गुरु बृहस्पति को संतान, भाग्य, विवाह और धन का कारक बताया गया है. जो अगर अस्त अवस्था में हों तो इसे शुभ नहीं माना जाता है. फिलहाल गुरु का स्थान मेष है, लेकिन 1 मई  2024 के बाद गुरु वृषभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं और फिर दो दिन के बाद 3 मई 2024 को सुबह 3 बजकर 21 मिनट पर अस्त हो रहे हैं. 3 जून को फिर से देव गुरु बृहस्पति उदय हो जाएंगे. 


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देव गुरु बृहस्पति का ये परिवर्तन कुछ राशियों के लिए सकारात्मक तो कुछ के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है. जिन राशियों को इस दौरान सर्तक रहने की जरूरत होगी. वो इस प्रकार हैं. 


मेष
देव गुरु बृहस्पति के दूसरे भाव में अस्त होने से आपकी वाणी पर इसका असर दिखेगा.
जो काम पहले आसानी से हो जाता था, उसके लिए आपको परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
आपके बिजनेस और नौकरी पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता है.
हालांकि 3 जून के बाद हालात बदल जाएंगे और आप अच्छी बचत कर पाएंगे.
लेकिन याद रहें इस समयान्तराल पर हमेशा अपनी सेहत का ध्यान रखें.


वृषभ
देव गुरु बृहस्पति का लग्न भाव में अस्त होना सेहत के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है.
ये समय सेहत के प्रति लापरवाही करने पर भारी पड़ सकता है.
भाग्य का भी पूरा साथ आपको इस समय नहीं मिलने की आशंका है.
परिवार में पिता और कार्यक्षेत्र में बॉस से अनबन हो सकती है.
कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.
ऐेसे गुरु के उपाय करने से लाभ मिल सकता है.


कर्क 
गुरु का अस्त होना आपके लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है.
छोटे छोटे काम करने में भी आपको परेशानी होगी.
आपकी सैलरी कम हो सकती है.
ऑफिस में भी संभलकर रहने की जरूरत है.
शादी हो चुकी है तो यहां भी विवाद की आशंका होगी.
परिवार में सदस्यों के बीच हालात बिगड़ सकते हैं.
अपनी बोली पर नियंत्रण रखें तभी मानसिक तनाव से बच सकते हैं.
ये समय आपके धैर्य की प्रतीक्षा लेगा और अंत में आपका सफलता मिलेगी.


(डिस्क्लेमर - ये लेख सामान्य जानकारी है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है)