शनि और गुरु वक्री, इन राशियों के लोग देखेंगे भाग्य का चमत्कार
Saturn And Jupiter Retrograde : वैदिक ज्योतिष (Astrology)में आमतौर पर ग्रहों का राशि परिवर्तन या युति बनाना शुभ-अशुभ परिणाम के रूप में सामने आता है. लेकिन कभी कभी ऐसे परिवर्तन कुछ राशियों के लिए चमत्कार सरीखे हो जाते हैं. ऐसा ही कुछ शनिदेव और देव गुरु वृहस्पति प्रतिगामी होकर कर रहे है. जिससे इन राशियों को भाग्य का खजाना मिल जाएगा.
Saturn And Jupiter Retrograde : वैदिक ज्योतिष (Astrology)में आमतौर पर ग्रहों का राशि परिवर्तन या युति बनाना शुभ-अशुभ परिणाम के रूप में सामने आता है. लेकिन कभी कभी ऐसे परिवर्तन कुछ राशियों के लिए चमत्कार सरीखे हो जाते हैं. ऐसा ही कुछ शनिदेव और देव गुरु वृहस्पति प्रतिगामी होकर कर रहे है. जिससे इन राशियों को भाग्य का खजाना मिल जाएगा.
ये समय किसी चमत्कार से कम नहीं होगा जब इन राशियों की बैक-टू-बैक लॉटरी लगेगी. ये समझ लीजिए की इन राशियों को खुद सितारों ने चुना है, शुभ संभावनाओं और भाग्य का उपहार देने के लिए. तो चलिए बताते हैं आपको ये कौन-कौन सी राशियां हैं.
मकर
मकर राशि में जन्म लेने वाले जातको के लिए, बृहस्पति-शनि का वक्री होना भाग्य का एक बड़ा झटका लेकर आने वाला है. अनुशासन का ग्रह शनि, आपके चार्ट के वित्तीय क्षेत्र में चला गया है, जबकि बृहस्पति चौथे घर में प्रतिगामी है, जो घर और संपत्ति का प्रतीक है. ये वित्तीय लाभ, आपके कार्यस्थल पर प्रभाव बढ़ने और यहां तक कि आपके रास्ते में नई जिम्मेदारियां आने की संभावना का समय होगा. इसके साथ ही आपके सितारे संपत्ति या वाहन निवेश के अवसरों का भी संकेत दे रहे हैं, इस भाग्यशाली समय को हाथ से ना जाने दें.
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों से भी आशाजनक अवधि की आशा की जा सकती है. बृहस्पति आपके आय क्षेत्र में प्रतिगामी हो गया है, जो भाग्य और सफलता में वृद्धि का वादा करता है. आपकी कुंडली के दूसरे घर में बृहस्पति की वक्री गति के साथ, आप अपने किसी भी प्रयास में सकारात्मक परिणाम की उम्मीद कर सकते हैं. आपकी आय में वृद्धि होने की संभावना है, और आध्यात्मिक या व्यवसाय-संबंधी यात्राओं के अवसर भी सामने आ सकते हैं. बृहस्पति-शनि का वक्री होना आपके लिए इन अनुकूल ब्रह्मांडीय ऊर्जाओं को अपनाने का समय है.
(डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है)