Astrology : वैदिक ज्योतिष बेहद शुभ माने जाने वाले शश महापुरुष योग का निर्माण कर्मफल दाता शनिदेव करते हैं. जिस जातक की कुंडली में शनि लग्न या चंद्रमा से केंद्र के भावों में स्थित हो या फिर शनि लग्न या चंद्रमा से पहले, चौथे , सांतवे या फिर दसवें भाव में तुला, मकर या कुंभ राशि में हो तो इस योग का निर्माण हो जाता है.


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इस योग के बनने से कुंभ के साथ ही 4 राशियों को ढाई साल तक फायदा मिलेगा. ये समय इन चार राशियों के लिए शुभता लाएगा और सभी काम बनते चले जाएंगे. मेहनत का असर दिखेगा और मन मुताबिक सफलता मिलेगी.


मेष
भाग्य आपके साथ खड़ा होगा. ये समय बेहद फलदायी रहने वाला है. करियर में आपको चौतरफा सपोर्ट मिलेगा जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. लंबे वक्त से अटका काम अब बन जाएगा. जिस काम में हाथ डालेंगे कामयाब होंगे.


वृषभ
आपकी पद और प्रतिष्ठा दोनों बढ़ेगी. आय के साधन बढ़ने से भौतिक सुख सुविधाओं में खर्च होगा. किस्मत का पूरा साथ मिलेगा और सेहत भी अच्छी रहेगी. ये समये आपके करियर या फिर बिजनेस के लिए शुभ रहेगा.


कन्या
आपका साहस और पराक्रम चरम पर होगा. किसी भी चुनौती का आम आसानी से मुकाबला कर लेंगे. कार्यस्थल में सराहना मिलेगी और बॉस खुशु होंगे. नौकरी में ढाई साल तक कोई परेशानी नहीं होगी और आत्मविश्वास बना रहेगा.


कुंभ
शनिदेव की कृपा मिलने से परिवार में पॉजिटिविटी रहेगी और रिश्तों में मजबूती आएगी. सेहत अच्छी रहेगी और आर्थिक लाभ होगा. कुंभ के लिए ये समय सबसे ज्यादा शुभता लेकर आ रहा है . जब पुरानी इच्छाएं भी पूरी होंगी.


(डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जिसकी जी मीडिया पुष्टि नहीं करता है)