Sindoor : हिंदू धर्म में सिंदूर का विवाहित महिला के जीवन में खास महत्व होता है. पति की सलामती और सुख-समृद्धि और लंबी आयु के लिए महिलाएं अपनी मांग में सिंदूर भरती आई हैं. सुहागिन महिलाओं का ये सबसे अहम श्रृंगार माना जाता है, जिसे हर सुहागिन लगाती है. 


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लेकिन क्या आपको सिंदूर (Sindoor) लगाने के नियम पता है ? जिनका पालन करना बहुत जरूरी होता है. इन नियमों को अगर आपने अनदेखा किया तो जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना आपको और आपके परिवार को करना पड़ सकता है. अगर आप भी नहाने के ठीक बाद सिंदूर लगाती हैं तो आपको आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ सकता है.  


सिंदूर को नहाने के बाद लगाने से बचें
अगर नहाने हुए आपके अपने बाल धोएं हैं, तो ऐसी अवस्था में बालों में सिंदूर नहीं लगाएं. 
याद रहे कि नहाने और बाल धोने के तुरंत बाद सिंदूर ना लगाकर कुछ देर बाद ही आपको सिंदूर लगाना है.
गीले बालों में सिंदूर लगाने से आपको हमेशा बचना चाहिए, क्योंकि इससे बुरे विचार मन और दिमाग में आते हैं. 
गीले बालों को पहले पूरी तरह से सुखा लें और फिर इन सूखे बालों पर ही सिंदूर लगाये.
इस बात का ध्यान रखें कि सुहागिन महिलाएं हमेशा मांग के बीचों-बीच ही सिंदूर लगाएं.
कभी भी किसी दूसरी महिला के सिंदूर से भूलकर भी अपनी मांग का नहीं भरें. इससे पति को आर्थिक समस्या हो सकती है.
कभी भी अपना सिंदूर भी किसी अन्य सुहागिन महिला को ना दें, ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
सिंदूर हमेशा अपने या पति के पैसों से ही खरीदना चाहिए.
कभी भी किसी अन्य व्यक्ति के पैसों से सिंदूर नहीं लें.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, नहाने के तुरंत बाद कभी भी धारदार चीजों का उपयोग भी नहीं करें. हमेशा स्नान से पहले इन चीजों का इस्तेमाल करें. कई महिलाएं सिंदूर बालों में छिपा लेती हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसे करने से वैवाहिक रिश्तों पर असर पड़ता है.


(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.)