सेना में रहे हवलदार के बेटा भी बना लेफ्टिनेंट, गौरव देव का भी इस पद पर हुआ चयन
टोडाभीम-उपखंड मुख्यालय के समीपवर्ती गांव डौरावली निवासी विष्णु कांत जांगिड़ की पुत्र गौरव देव जांगिड़ ने लेफ्टिनेंट बनकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. गौरव की इस सफलता पर पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई.
करौली: टोडाभीम-उपखंड मुख्यालय के समीपवर्ती गांव डौरावली निवासी विष्णु कांत जांगिड़ की पुत्र गौरव देव जांगिड़ ने लेफ्टिनेंट बनकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. गौरव की इस सफलता पर पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ गई. गौरव ने बताया कि दसवीं कक्षा पास करने के बाद ही एंनडीए के माध्यम से भारतीय सेना का हिस्सा बनकर देश की सुरक्षा का सपना संजोया था. 3 वर्ष राष्ट्रीय रक्षा अकादमी पुणे एवं 1 वर्ष भारतीय सेना अकादमी देहरादून में ट्रेनिंग के बाद लेफ्टिनेंट का पद मिला. गांव के नव युवकों को प्रेरणा के स्रोत बने गौरव देव को लोग बधाई दे रहे है. पूरे गांव मे खुशी का माहौल है.
उपखंड मुख्यालय के को कुडावल गांव के हवलदार ओम प्रकाश गुर्जर के बेटे मनोज गुर्जर ने सेना में लेफ्टिनेंट बनकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. देहरादून के आईएमए पासिंग आउट परेड के बाद वह सैन्य अधिकारी बन गए हैं. उन्हें भारतीय सेना की महार 10 रेजीमेंट अधिकारी नियुक्त किया है. उनके लेफ्टिनेंट बनने से क्षेत्र में खुशी की लहर है .इस उपलब्धि पर लोगों ने उन्हें बधाई दी है.
भारतीय सेना के प्रति समर्पण भाव से परिपूर्ण गांव कुढावल गांव से इनको फौजी देश की रक्षा में तैनात हैं .लेकिन इस गांव में पहली बार कोई अधिकारी बना है जो क्षेत्र के युवाओं के लिए आगे बढ़ने की प्रेरणा है. मनोज के बड़े भाई भूर सिंह ने बताया कि मनोज की प्राथमिक शिक्षा सैनिक स्कूल धौलपुर और माध्यमिक शिक्षा अजमेर में पूर्ण हुई. इसके बाद एनडीए में खड़गवासला पुणे के लिए चयन हुआ. 3 साल तक यहां प्रशिक्षण लिया और 1 साल तक देहरादून में प्रशिक्षण प्राप्त किया. मनोज के पिता हवलदार ओमप्रकाश गुर्जर 8 साल पहले भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं.
Reporter- Ashish chaturvedi