Karauli : दलित महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, शव का दाह संस्कार नहीं करने पर अड़े
सपोटरा के मांगरोल गांव में दलित महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद परिजन गांव के कुछ लोगों पर हत्या करने के गंभीर आरोप लगा रहे हैं.
Karauli News : सपोटरा के मांगरोल गांव में दलित महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद परिजन गांव के कुछ लोगों पर हत्या करने के गंभीर आरोप लगा रहे हैं. महिला की मौत से गुस्साए परिजन और दलित समाज के लोग मृतका तारंती देवी के शव का दाह संस्कार नहीं करने पर अड़े हुए हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार करौली जिले के सपोटरा इलाके के मांगरोल गांव निवासी मुनिराज बैरवा ने आरोप लगाते हुए बताया कि 1 जून की रात्रि 11:00 बजे कमल मीणा पुत्र भोरया मीणा उसके घर पर आया और मेरी पत्नी को उसके साथ भेजने की बात कही. उसके मना करने पर उन्होंने हमारे ऊपर पैसों का दबाब बनाया क्योंकि उससे मेरी पुरानी लेनदेन थी इसलिए मेरे से जबरदस्ती करके वह मेरी पत्नी को अपने साथ लेकर चला गया.
उसके जाने के 2 घंटे बाद ही मुझे सूचना मिली की गोठरा की झोपड़ी में एक्सीडेंट हो गया है जब मैं गोठरा की झोपड़ी में पहुंचा था मुझे मेरी पत्नी पड़ी हुई मिली जबकि मुझे एक्सीडेंट का कोई सबूत नहीं पाया मेरी पत्नी के पैरों में चप्पल भी नहीं थी और ना ही हाथों में चूड़ी थी उसके कपड़े भी गंदे हो रहे थे और कपड़े भी फटे हुए मिले उसको देखकर मैं बेहोश हो गया. मुझे और मेरी पत्नी तारंती बैरवा को अन्य लोगों के द्वारा अस्पताल पहुंचाया और इलाज करवाया लेकिन अस्पताल के द्वारा रेफर कर दिया गया तो रिया हॉस्पिटल गंगापुर सिटी में 2 दिन इलाज करवाने के बाद उसे जयपुर s.m.s. ले गए जहां 4 जून की रात्रि 10:00 बजे उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया. मृतका के पति मुनिराज बैरवा ने पत्नी की मौत के बाद मांगरोल निवासी कमल पुत्र भोरया मीना के खिलाफ हत्या का गंभीर आरोप लगाते हुए सपोटरा थाना पुलिस को प्राथमिक दी है.
दूसरी तरफ जैसे ही इस घटना की खबर भीम आर्मी को लगी तो मंगलवार सुबह भीम आर्मी के लोग भी पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए मांगरोल गांव पहुंचे और मृतका तारंती देवी की हत्या के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर शव को लेकर दाह संस्कार नहीं करने की मांग पर अड़ गए थानाधिकारी धारासिंह मीणा घटना की गंभीरता को देखते हुए मांगरोल गांव पहुंचे और शव का दाह संस्कार करने के लिए पीड़ित परिजनों और दलित समाज के लोगों से समझाइश कर रहे हैं लेकिन दोपहर एक बजे तक शव का दाह संस्कार नहीं किया गया है.
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