karauli: टोडाभीम क्षेत्र की खेड़ी ग्राम पंचायत की जाटव बस्ती के लोगों की पेयजल समस्या के समाधान के लिए भामाशाह द्वारा करवाए जा रहे ट्यूबवेल खुदाई के कार्य को पुलिस प्रशासन द्वारा बंद कराने के विरोध में जाटव बस्ती के ग्रामीणों द्वारा 24 घंटे से अधिक समय से धरना दिया जा रहा था. इस दौरान खेड़ी निवासी मांगी लाल जाटव की मौत हो गई. मौत को लेकर ग्रामीणों ने हॉस्पिटल के बाहर प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने इस दौरान पुलिस पर लाठियां भांजने का आरोप लगाया है. मौत के कारणों का अभी खुलासा नही हो पाया है . 


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अस्पताल में किया प्रदर्शन 


ग्रामीणों और परिजनों के द्वारा धरने के दौरान व्यक्ति की मौत का आरोप लगाते हुये ग्रामीणों ने राजकीय अस्पताल में प्रदर्शन कर विरोध जताया. सूचना पर थानाधिकारी ब्रजेश मीना और पुलिस जाब्ता अस्पताल पहुचे और ग्रामीणों से समझाइश का प्रयास किया. इस दौरान ग्रामीणों व पुलिस के बीच झड़प हो गयी. जिस पर पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग किया गया. इसको लेकर ग्रामीणों ने पुलिस पर लाठियां भांजने का आरोप लगाया. 


प्रशासन ने लोगों को समझाया



मामले को बढ़ता देख उपखण्ड अधिकारी गौरव मित्तल, तहसीलदार पृथ्वीराज मीना, पुलिस उपाधीक्षक अमरसिंह मीना, थानाधिकारी ब्रजेश मीना, बालघाट थानाधिकारी अबजीत कुमार सहित बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता घटना स्थल पर पहुंचा. साथ ही ग्रामीणों से समझाइश के प्रयास किये, लेकिन ग्रामीणों ने शव लेने से इनकार कर दिया. मामले को लेकर देर रात्रि एएसपी हिंडौन राकेश कुमार मौके पर पहुचे और ग्रामीणों से समझाइश का प्रयास कर रहे है, लेकिन ग्रामीण मृतक के शव को बिना पोस्टमार्टम के ले जाने पर अड़े है.


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