टोडाभीम में छुआछूत मिटाने को सामाजिक कार्यकर्ता ने वाल्मीकि समाज के साथ खाया खाना
Karauli News: टोडाभीम उपखंड क्षेत्र के गांव नांगल शेरपुर में सामाजिक कार्यकर्ता नें छुआछूत मिटाने के लिए वाल्मीकि समाज के घर पर जाकर सार्वजनिक रूप से अल्पाहार किया. वाल्मीकि समाज के लोगों द्वारा उन्हें घर बुलाया गया और अल्पाहार कराया.
Karauli, Todabheem: टोडाभीम उपखंड क्षेत्र के गांव नांगल शेरपुर में सामाजिक कार्यकर्ता गजराज भारती के द्वारा छुआछूत मिटाने के लिए एक अनूठी पहल की है जिसके तहत वाल्मीकि समाज के घर पर जाकर सार्वजनिक रूप से अल्पाहार किया. वाल्मीकि समाज के लोगों द्वारा सम्मान पूर्वक उनके घर बुलाया गया और अल्पाहार कराया गया. इस पहल पर समाज के लोगो ने खुशी जताई. इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता गजराज भारती ने बताया कि छुआछूत समाज व राष्ट्र के लिए कलंक व देश के विकास में अवरोधक है.
देश की आजादी से लेकर आज तक सामाजिक संगठन या राजकीय प्रयासो से इसे खत्म करने के नाकाफी प्रयास भी किए गए. लेकिन आज भी यह समाजों में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से विभिन्न रूपो मे देखा जाता रहा है. जहां मानव मानव मे भेद जाती धर्म के आधार पर अस्पृश्यता के मामले सामने आते रहे है . जो असंवैधानिक व अमानवीयता की श्रेणी मे माने जाते है. संविधान के अनुच्छेद 17 मे भी अस्पृश्यता को खत्म करने का उल्लेख है. लेकिन इसके लिए आम जन की व्यक्तिगत विचारधारा व सोच मे परिबर्तन आवश्यक है.
इसी को ध्यान मे रखते हुए आईपीएस अधिकारी किसनसहाय ने छुआछूत मिटाने लिए सोसल मीडिया के सभी सशक्त प्लेटफार्मों पर आह्मन करते हुए कहा कि मानवतावादी विश्व समाज के वैनर तले देश भर मे छुआछूत उन्मूलन महाअभियान अभियान की शुरुआत हुई है. जिसमें वर्ष 2023 में देश के 1 लाख गांवों को छुआछूत मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है . क्षेत्र में इसी की अनूठी मिसाल नांगल शेरपुर में देखी गई है . उन्होंने कहा कि अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर इस तरह की पहल की जाएगी और लोगों को छुआछूत के खात्मे का संदेश दिया जाएगा.