Sapotara, Karauli News: सपोटरा के प्रसिद्ध कालीसिल बांध की खानपुर माइनर थड़ की झोंपड़ी, बूकना पर नहर टूट जाने से पांच काश्तकारों के खेतों की फसल चौपट हो गई. दूसरी ओर ग्रामीणों ने रातभर जागकर गांव में पानी के वेग को खेतों की ओर जाने से रोकने के लिए मशक्कत करनी पड़ी, जिससे बड़ा हादसा टल गया.


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काश्तकार लक्ष्मीचंद, प्रेमराज, रूपचंद, रामकेश, कैलाश मीणा आदि ने बताया कि जलसंसाधन विभाग द्वारा खानपुर नहर का निर्माण पानी की आवक के अनुसार पैनलों की साइज छोटी करने, फाउंडेशन नहीं भरने और गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य नहीं कराने के कारण तीसरी बार टूटी है. नहर की चौड़ाई और ऊंचाई साइज के अनुसार नहीं बनाने के कारण गुरुवार रात पानी के वेग के कारण रामकेश के मकान के पास थड़ की झोंपडी के पास टूट गई, जिसके कारण खेतों में पानी भर गया. 


पांच काश्तकारों के खेतों में मिट्‌टी का कटाव होने के कारण नाला की शक्ल में तब्दील हो गया. दूसरी ओर नहर का पानी रामकेश की निर्मित दीवार और शौचालय तक आ पहुंचा. गांव में पानी घुसने की आशंका से ग्रामीणों ने फूंस और तिल्ली के पूडे लगाकर और मिट्‌टी डालकर पांच घंटे की मशक्कत से पानी रोकने में कामयाब हुए.


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काश्तकारों का आरोप है कि खानपुर माइनर से थड़ की झोंपडी, बूकना, पहाडपुरा, जोडली, बूकना और खानपुर के काश्तकारों की रबी की फसल की सिंचाई होती है, लेकिन विभाग ने नहर की साइज छोटी बनाने, साफ-सफाई नहीं करने और घटिया निर्माण कराने के कारण टूटी है. थड़ की झोंपडी के पास वर्ष 2020, 2021 और 2022 में लगातार तीसरी बार नहर टूटने के बावजूद विभाग के इंजीनियरों ने सबक नहीं लिया है. दूसरी ओर विभाग ने नहर टूटने की सूचना के बाद शुक्रवार को नहर के पानी को बंद किया है, जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है. ग्रामीणों ने नहर की साफ-सफाई और मरम्मत कराए जाने की मांग की है.


Reporter: Ashish Chaturvedi


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