करौली: सैनी कॉलोनी में पेयजल के लिये 6 साल से भटक रहे वार्डवासी, खाली मटकी लेकर किया प्रदर्शन
टोडाभीम कस्बे के वार्ड 18 में स्थित सैनी कॉलोनी में सर्दी के दिनों में भी वार्ड वासियों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है और पेयजल नहीं मिल पाने से पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. वार्ड वासी पेयजल के लिए 6 साल से परेशान है. इसके साथ ही उन्हें लगभग 1 किलोमीटर दूरी से पानी लाना पड़ता है.
Karauli News: यूं तो कहने को सर्दी का मौसम है. सर्दी के मौसम में पानी का नाम सुनते ही लोगों के कपकपी छूट जाती है लेकिन क्षेत्र मे सर्दी के मौसम मे भी पानी की किल्लत से जूझ रहे वार्ड वासियों की सुनने वाला कोई नहीं है. विगत 6 साल से कस्बे के वार्ड 18 में पेयजल की समस्या से वार्ड वासी परेशान हैं. पेयजल की समस्या को लेकर वार्ड वासियों के द्वारा कई बार वार्ड पार्षद से भी शिकायत की गई इसके साथ ही वार्ड पार्षद के द्वारा वार्ड वासियों के साथ मिलकर कई बार जलदाय विभाग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया गया और नारेबाजी कर विरोध भी जताया गया. लेकिन अभी तक वार्ड वासियों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है और वार्डवासी पेयजल की समस्या से परेशान है.
वार्ड वासियों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा
टोडाभीम कस्बे के वार्ड 18 में स्थित सैनी कॉलोनी में सर्दी के दिनों में भी वार्ड वासियों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है और पेयजल नहीं मिल पाने से पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. वार्ड वासी पेयजल के लिए 6 साल से परेशान है. इसके साथ ही उन्हें लगभग 1 किलोमीटर दूरी से पानी लाना पड़ता है वहीं पानी नहीं मिलने पर पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा. पेयजल समस्या को लेकर वार्ड वासियों ने पेयजल की समस्या को लेकर वार्ड पार्षद शिब्बूराम मीणा से भी शिकायत की लेकिन समस्या का समाधान अभी तक नहीं मिल पाया है.
वार्ड 18 में पिछले कई सालों से चली आ रही पेयजल की समस्याओं को लेकर वार्ड पार्षद के द्वारा वार्ड वासियों के साथ मिलकर जलदाय विभाग कार्यालय तथा वार्ड में कई बार नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया, लेकिन उसके बावजूद भी जलदाय विभाग के अधिकारी और कर्मचारी वार्ड पार्षद की भी समस्या को अनदेखा कर रहे हैं. वार्ड वासियों के द्वारा जब विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाता है तो विभाग के अधिकारी वार्ड में आकर पानी आने का भरोसा दिलाते हैं और 1 दिन के लिए वार्ड में पानी भी आता है लेकिन उसके बाद वार्ड वासियों को फिर से पानी के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती है.
कई बार फूटा गुस्सा और जलदाय विभाग के खिलाफ की नारेबाजी
पेयजल किल्लत को लेकर वार्ड वासियों का कई बार गुस्सा फूटा और जलदाय विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. वहीं खाली मटकी और बर्तन हवा में लहरा कर विरोध जताया और पीएचडी कार्यालय में पहुंच नारेबाजी करते हुए भी प्रदर्शन किया लेकिन आज तक भी वार्ड में पेयजल की समस्या से निजात नहीं मिल पाई है. वार्ड वासियों का कहना है कि उनके द्वारा कई बार जलदाय विभाग के उच्चाधिकारियों को भी इस समस्या के बारे में अवगत करवा दिया गया लेकिन विभाग के अधिकारियों के द्वारा केवल आश्वासन दिया जाता है लेकिन नलों में पानी नहीं आता है. वहीं पेयजल के लिए उन्हें अपने मवेशियों और घर में पानी की पूर्ति के लिए लगभग 1 किलोमीटर का सफर तय कर पानी लाना पड़ता है तथा कई बार टैंकरों की मदद से भी पानी निजी खर्चे पर मंगवाया जाता है. वहीं कई बार वार्ड पार्षद भी पेयजल की समस्या से निजात दिलाने के लिए टैंकर की व्यवस्था उपलब्ध करवा देते हैं लेकिन इन सब के बीच वार्डवासी सुबह उठने के साथ ही पानी भरने की मशक्कत मे जुट जाते.
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वार्ड वासियों सहित वार्ड पार्षद शिब्बूराम मीणा का आरोप है कि जलदाय विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को पेयजल किल्लत के बारे में कई बार अवगत कराने के बाद भी पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं करवाई गई है. वार्ड पार्षद द्वारा की जा रही शिकायत को भी जलदाय विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा अनदेखा किया जा रहा है. इसके साथ ही वार्ड वासियों एवं वार्ड पार्षद के द्वारा कई बार विभाग के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन भी किया गया. लेकिन उसके बाद भी विभागीय अधिकारियों की नींद नहीं टूटी.
जिससे वार्ड वासियों को सर्दी के दिनों में भी पेयजल किल्लत से जूझना पड़ रहा है. वार्ड पार्षद ने बताया कि 31 जनवरी तक विभागीय अधिकारियों के द्वारा पेयजल समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया गया है. यदि पेयजल समस्या का समाधान नहीं होता है तो वार्ड वासियों के द्वारा XEN ऑफिस का घेराव करने की भी चेतावनी दी है.