Karuli News: सर्वोच्च न्यायालय द्वारा चुनावी बांड पर रोक लगाने के बाद एसबीआई बैंक द्वारा चुनावी चंदे की जानकारी देने के लिए समय मांगने के विरोध में करौली जिला कांग्रेस कमेटी ने विरोध प्रदर्शन किया गया.जिला मुख्यालय पर गुलाब बाग स्थित एसबीआई बैंक के सामने धरना प्रदर्शन कर तय समय सीमा में ही चुनावी चंदे की जानकारी उपलब्ध कराने की मांग की. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा पर जमकर हमला बोला.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कांग्रेस जिला अध्यक्ष शिवराज मीणा ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय ने भाजपा के चुनावी बांड योजना को असंवैधानिक मानते हुए उस पर रोक लगाई है.न्यायालय ने राजनीतिक दलों को इस योजना के तहत प्राप्त चंदे का खुलासा करने का निर्देश दिया.साथ ही भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को चुनावी चंदे की पूरी जानकारी 6 मार्च, 2024 से पहले सार्वजनिक करने और चुनाव आयोग को सौंपने के निर्देश दिए. इस फैसले को देशभर में काले धन के खिलाफ निर्णायक कदम माना है.



भूपेंद्र भारद्वाज प्रदेश सचिव कांग्रेस ने आरोप लगाया की देश के सबसे बड़े और पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत बैंक को चुनावी बांड के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए पांच महीने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए.जानकारी साझा करने में देरी एसबीआई का इस्तेमाल भाजपा की वित्तीय अनियमितताओं और काले धन के स्रोत को छिपाने की ओर इशारा करता है.


देश की जनता जागरूक हो रही है कि किस तरह सरकारी एजेंसियों और संस्थानों पर दबाव डालकर सच्चाई को छुपाया जा रहा है.भाजपा सरकार और एसबीआई के बीच मिलीभगत को उजागर करने जिला और ब्लॉक स्तर पर एसबीआई बैंक शाखाओं के सामने धरना प्रदर्शन किया गया.इस दौरान महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष शरदो गुर्जर,विश्राम मीणा आईटी सेल जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र मीणा मजीद खान,प्रोफेसर रामेश्वर मूंडरी, पीसीसी सदस्य महेंद्र सूरौठिया, करौली ब्लॉक अध्यक्ष रामगोपाल माली आदि मौजूद रहे.


ये भी पढ़ें- जैसलमेर के 8 गांव में पानी की हो रही पहरेदारी, गांव की महिलाओं ने उठाया जिम्मा