Sapotara: ग्राम पंचायत जोड़ली के ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल सरपंच कोली देवी मीणा के नेतृत्व में शुक्रवार को उपखंड अधिकारी अनुज भारद्वाज से मिला. साथ ही चारागाह की जमीन से अतिक्रमण हटाने का ज्ञापन सौंपा. सरपंच ने बताया कि वर्ष 2015 में ठाकुर सुबेदार धर्मचंद अमरगढ़ द्वारा ग्राम पंचायत जोड़ली के पशुओं को चराने के लिए 376.13 बीघा जमीन चारागाह के लिए निर्धारित की गई थी.


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दूसरी चारागाह जमीन खसरा नं. 357,479,480,481,511/6,516/9,511/19 व 623 कुल रकबा 376.17 बीघा तथा खसरा नं. 619/1 रकबा 397.10 बीघा कुल 1167 बीघा राज्य सरकार ने चारागाह भूमि के लिए आवंटित की गई. जिसमें जोड़ली के आसपास के गांवों के मवेशियां चरती है लेकिन विगत 20 वर्षों से आसपास के गांव के लोगों ने जबरन कब्जा कर तारबंदी के साथ खेती बाड़ी की जा रही है.


दूसरी ओर प्रभावशाली लोगों द्वारा ट्रैक्टर से चाटी चलाकर अवैध रूप से जमीन को समतल कर कब्जा किया जा रहा है. जिसके कारण पशुपालकों को चारागाह का रास्ता बंद करने और अवैध रूप से फसल काश्त करने के कारण पशुओं के चराने की समस्या उत्पन्न हो गई है. दूसरी ओर चारागाह पर अतिक्रमण होने के कारण आवारा पशु किसानों की फसल चट कर जाने के साथ मुख्य सड़क मार्ग पर पशुओं का जमावड़ा लग जाने से वाहन चालक दुर्घटना का शिकार बन रहे हैं.


ग्रामीणों ने चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग की. जिससे कि क्षेत्रीय लोगों की परेशानी दूर हो सके और मवेशियों के लिए चारागाह का स्थान मिल सके. इस दौरान पूर्व सरपंच भरतलाल,पूर्व प्रधान भरतलाल बैरवा,पृथ्वीराज मीणा,जगमोहन शर्मा,मोहन बैरवा,रामदयाल,जतीराम,रामसिंह,मीठालाल मीणा के साथ पंच-पटेल उपस्थित थे. इधर,एसडीएम ने चारागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने और अवैध रूप से फसल बुबाई करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.


Reporter-Ashish Chaturvedi


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