परिवहन विभाग के अधिकारियों पर मनमानी का आरोप, यातायात सलाहकारों ने किया प्रदर्शन
करौली के हिण्डौन सिटी में परिवहन विभाग के अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाते हुए हिंडौन के परिवहन कार्यालय में यातायात सलाहकारों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान उपखंड मुख्यालय हिण्डौन के साथ जिला मुख्यालय करौली के भी यातायात सलाहकार मौजूद रहें.
Karauli: करौली के हिण्डौन सिटी में परिवहन विभाग के अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाते हुए हिंडौन के परिवहन कार्यालय में यातायात सलाहकारों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान उपखंड मुख्यालय हिण्डौन के साथ जिला मुख्यालय करौली के भी यातायात सलाहकार मौजूद रहें. यातायात सलाहकारों ने आरोप लगाया कि परिवहन विभाग के अधिकारियों की मनमानी कार्यप्रणाली के कारण 17 मई से जिले के सभी यातायात सलाहकार विरोध करते हुए विभागीय कार्य नहीं कर रहें हैं, जिसके चलते 17 मई से परिवहन विभाग का राजस्व आमदनी का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है. इसके बाद भी विभाग की ओर से दोषी अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है और यातायात सलाहकारों की समस्याओं का भी समाधान नहीं किया जा रहा है.
यातायात सलाहकारों ने बताया कि 17 मई से अब तक हिण्डौन के परिवहन निरीक्षक नवल किशोर मीना ने आवेदनकर्ता को कोई सूचना दिए बिना 100 से ज्यादा स्थायी एवं पुनर्नवीकरण के लाइसेंस आवेदन निरस्त कर दिए, यहां तक कि स्कूटी और बाइकों के भी लाइसेंस आवेदन में मनमानी करते हुए उन्हें निरस्त कर दिया गया, इसके साथ ही करौली के जिला कार्यालय में वाहनों का टैक्स जमा नहीं किया जा रहा है.
अधिकारी-कर्मचारी समय पर नहीं पहुँच रहें कार्यालय
परिवहन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण कर्मचारी भी लापरवाही दिखा रहे हैं , वह भी समय पर कार्यालय नहीं पहुंचते हैं, अधिकतर समय कार्यालय सूना पडा रहता है. ऐसे में वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड रहा हैं. यातायात सलाहकारों ने बताया कि अन्य राज्यों से आने वाले वाहन ऑनलाइन एनओसी लेकर आते हैं, जो विभाग के पोर्टल पर भी प्रदर्शित रहती है, इसके बाद भी सत्यापन के बहाने उसे कई दिनों तक लटकाए रखा जाता है. एफआरसी में भी फाइनेंसर के नाम आरसी निकलवाने के लिए विभाग की ओर से 15 दिन का समय निर्धारित है, लेकिन अधिकारी-कर्मचारी भ्रष्टाचार के चलते उसे 3 माह से अधिक समय तक लटकाए रहते हैं. परिचालक लाइसेंस के लिए विभाग के नियमों के अनुसार चरित्र प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है, इसके बाद भी अधिकारी-कर्मचारी मनमानी कर चरित्र प्रमाण पत्र की मांग कर भटकाने का कार्य करते हैं. वाहनों की डुप्लीकेट आरसी निकालने में वाहन के चेचिस निरीक्षण की परिवहन निरीक्षक से विभागीय नियमों के अनुसार कोई आवश्यकता नहीं है, इसके बाद भी वाहन चालकों को परेशान किया जा रहा हैं, यही स्थिति स्वामित्व हस्तांतरण के कार्य में भी बनी हुई है.
उच्चाधिकारी ही कर सकते हैं समाधान
कार्यवाहक परिवहन निरीक्षक हिण्डौन, पिंकी रानी ने बताया कि पूर्व में हिण्डौन के परिवहन निरीक्षक पद पर नंदकिशोर मीना कार्य कर रहें थे, वे कुछ दिनों से कार्यालय नहीं आ रहें हैं, इस स्थिति में उच्चाधिकारियों के मौखिक आदेश से हिण्डौन के परिवहन निरीक्षक का कार्य देख रही हूं . यातायात सलाहकारों की समस्याओं से उच्चाधिकारी परिचित हैं, वे ही समाधान कर सकते हैं.
परिवहन विभाग में चल रही इस मनमानी का विरोध करते हुए यातायात सलाहकारों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान यातायात सलाहकार यूनियन के अध्यक्ष मोहन गर्ग, पूर्व अध्यक्ष जोखराम मीना उपाध्यक्ष बासुदेव शर्मा, साबिर खान, कोषाध्यक्ष विशंभर दयाल, संरक्षक रज्जो पंडित, बाबू नटवर, टीटू जैन आदि कई यातायात सलाहकार उपस्थित रहें .
Reporter- Ashish Chaturvedi
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