कोटा: बिहार से इंजीनियर का सपना लेकर कोचिंग करने आये छात्र ने खुदकुशी करने की कोशिश की. छात्र ने खुद पर केमिकल डालकर आग लगा ली. गंभीर हालात में छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक, छात्र की हालत गंभीर है. एमबीएस अस्पताल के बर्न वार्ड में छात्र जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है. बताया जा रहा है कि छात्र का पिता मिलने आया था. पिता के साथ छात्र ने काफी समय गुजार, जब पिता घर लौटने लगे तो उसने अपने ऊपर केमिकल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया. 


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डीएसपी अमर सिंह राठौर ने बताया कि बिहार का रहने वाला छात्र मयंक जिसकी उम्र 21 वर्ष है जो पिछले 2 माह पहले ही कोटा में नीट की तैयारी करने के लिए आया था ,जिसने अभी तक किसी कोचिंग पर एडमिशन भी नहीं लिया था और सेल्फ स्टडी कर रहा था ने कल शाम खुद पर केमिकल डाल लिया और आग लगा ली. इसके बाद हॉस्टल वार्डन में छात्र को एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया और पुलिस को सूचना दी.


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पिता के बिहार लौटने से पहले छात्र ने आत्मदाह का प्रयास किया


सूचना पर जवाहर नगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया और जांच पड़ताल शुरू की. डीएसपी अमर सिंह राठौर के मुताबिक मयंक बिहार के चंपारण का रहने वाला था ,जिसके पिता एक दिन पहले ही मयंक से मिलने कोटा पहुंचे थे. और वह कल शाम बिहार जाने के लिए होस्टल से कोटा स्टेशन के लिए रवाना हुए थे और उनकी ट्रेन छूटने से कुछ समय पहले ही मयंक ने आत्मदाह की कोशिश की, इसकी सूचना जैसे ही छात्र मयंक के पिता को मिली वे तुरंत मौके पर पहुंचे.


छात्र के आत्मघाती कदम उठाने से पुलिस भी हैरान


वही डीएसपी राठौर ने बताया कि मयंक और उसके पिता दोनों से पुलिस ने पूछताछ की है जिसमें घायल मयंक ने भी कहा है कि वह सुसाइड नहीं करना चाहता था, लेकिन अचानक से उसने किसी आवेश में आकर आत्मदाह की कोशिश की ,वहीं मयंक के पिता का कहना है कि वह किसी तरीके का तनाव में नहीं था न जाने उसने ऐसा आत्मघाती कदम कैसे उठा लिया. फिलहाल छात्र मयंक की हालत गंभीर बनी हुई है.