Drishti IAS: विकास दिव्यकीर्ति सर के दृष्टि आईएएस UPSC कोचिंग का सेंटर दिल्ली से हो रहा ट्रांसफर, अब यहां लेंगे क्लास
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Drishti IAS: विकास दिव्यकीर्ति सर के दृष्टि आईएएस UPSC कोचिंग का सेंटर दिल्ली से हो रहा ट्रांसफर, अब यहां लेंगे क्लास

Drishti IAS Mukherjee Nagar: डॉ. दिव्यकीर्ति ने 1996 में अपने पहले अटेंप्ट में ही यूपीएससी परीक्षा पास कर ली थी और उन्हें 384 ऑल इंडिया रैंक (AIR) मिली थी.

Drishti IAS: विकास दिव्यकीर्ति सर के दृष्टि आईएएस UPSC कोचिंग का सेंटर दिल्ली से हो रहा ट्रांसफर, अब यहां लेंगे क्लास

Drishti IAS Coaching Centre: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा सालाना आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा (CSE) को भारत में सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा माना जाता है. हर साल 10 लाख से ज़्यादा उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं, यह तीन फेज में आयोजित की जाती है: प्री, मेंस और इंटरव्यू राउंड, जिसे पर्सनल टेस्ट के रूप में भी जाना जाता है. कई उम्मीदवार स्ट्रक्चर्ड गाइडेंस के लिए कोचिंग सेंटरों पर भरोसा करते हैं, जिसमें दृष्टि IAS कोचिंग देश के सबसे पॉपुलर संस्थानों में से एक है.

दृष्टि आईएएस ने हाल ही में अपने मुखर्जी नगर सेंटर को नोएडा के सेक्टर 15 में ट्रांसफर करने की घोषणा की है. एक्स पर खबर शेयर करते हुए, संस्थान ने लिखा, "मुखर्जी नगर वाला पढ़ाई का जूनून अब नोएडा सेक्टर 15 में" हमारे नोएडा सेंटर पर विजिट करें. नए स्थान का उद्देश्य यूपीएससी कैंडिडेट्स को क्वालिटी एजुकेशन और फोकस्ड तैयारी प्रदान करना है.

दृष्टि आईएएस के संस्थापक और प्रबंध निदेशक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति यूपीएससी कोचिंग के फील्ड में एक जाना-माना नाम हैं. भारतीय राजनीति, इतिहास और करंट अफेयर्स जैसे सब्जेक्ट में उनकी एक्सपर्टीज के लिए उन्हें व्यापक रूप से सराहा जाता है. डॉ. दिव्यकीर्ति ने 1996 में अपने पहले अटेंप्ट में ही यूपीएससी परीक्षा पास कर ली थी और उन्हें 384 ऑल इंडिया रैंक (AIR) मिली थी.

यह ट्रांसफर इस साल की शुरुआत में हुई एक दुखद घटना के बाद हुआ है, जिसने यूपीएससी कैंडिडेट्स के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर किया था. 27 जुलाई को भारी बारिश के कारण ओल्ड राजेंद्र नगर में राऊ आईएएस कैंपस में एक बेसमेंट लाइब्रेरी में पानी भर गया. इसकी वजह से तीन छात्रों- श्रेया यादव (उत्तर प्रदेश), निविन दलविन (केरल) और तान्या सोनी (तेलंगाना) की मौत हो गई. इस घटना ने मुखर्जी नगर और राजेंद्र नगर जैसे पॉपुलर कोचिंग सेंटर्स में सुरक्षा और बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया. नोएडा में इस कदम से छात्रों को उनकी तैयारी के लिए सुरक्षित और बेहतर एनवायरमेंट मिलने की उम्मीद है.

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