Ladpura,Kota News: मुख्यमंत्री की बजट घोषणा की पालना में खादी बुनकर और कामगारों को प्रशिक्षण कार्य का शुभांरभ खादी बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता ने खादी बोर्ड कार्यालय लाडपुरा में किया. इससे खादी उत्पादन को बढ़ावा गुणवत्ता पूर्ण उत्पाद के साथ कामगारों को आधुनिक चरखे, करधा, लूम की मरम्मत का प्रशिक्षण मिल सकेगा. 


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कार्यक्रम में बोर्ड उपाध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कातिन, बुनकर कामगारों के लिए शुरू किये गये प्रशिक्षण कार्यक्रम से निश्चित रूप से खादी को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे उत्पादन गुणवत्ता में सुधार होगा. वहीं पंकज मेहता ने बताया कि मुख्यमंत्री की सहायता के कारण बुनकरों को आधुनिक बेलनी चरखे से खादी की बुनाई गुणवत्ता पूर्ण उत्पाद में मदद मिलेगी. प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले भाई-बहनों को रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ प्रशिक्षण के दौरान मानदेय की व्यवस्था होने से अन्य युवाओं को भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में जुड़ने की प्रेरणा मिलेगी.


साथ ही बताया कि खादी का उत्पाद निर्माण जीवन यापन का जरियां ही नहीं बल्कि स्वाभिमान का प्रतीक भी हैं खादी के प्रति युवाओं में रूझान बढ रहा हैं, नये-नये प्रयोग होने से खादी अब फैशन का रूप लेती जा रही है. उन्होंने कहा कि खादी से घर बैठे रोजगार मिलेगा, आधुनिक बेलनी चरखे से सूत की बारिक बुनाई और चार तार की कटाई हो सकेगी. वर्तमान में राज्य सरकार के द्वारा खादी के उत्पादों पर 50 प्रतिशत की छूट प्रदान किये जाने से खादी समितियों, ग्रामोद्योग संस्थाओं को उत्पादन और ब्रिकी में सीधा लाभ मिलेगा. 


उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम को गुणवत्ता के साथ चलाते हुए आधुनिक बेलनी चरखा के संचालन, मरम्मत और सूत की कटाई के बारे में दक्षता से प्रशिक्षण देने का आव्हान किया. इससे बुनकरों को रोजगार में भी अभिवृद्धि होगी एवं गुणवत्तापूर्ण सामग्री का उत्पादन होगा.


 खादी समिति के मंत्री कमलकिशोर शर्मा ने बताया कि एक माह तक चलने वाले प्रशिक्षण में प्रत्येक प्रशिक्षाणार्थी को 300 रूपये प्रतिदिन का मानदेय मिलेगा. आधुनिक खादी वस्त्रों के निर्माण एवं करधा, लूम, सरजाम व बेलनी चरखे की मरम्मत के बारे में प्रशिक्षण दिया जायेगा, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके. उन्होंने बताया कि 25 सदस्य ग्रुप का प्रशिक्षण शुरू किया गया है. जिसमें प्रशिक्षक को 625 रूपये मानदेय दिया जायेगा. उन्होंने खादी छूट की राशि का पुर्नभरण शीघ्र करवाने एवं दुकानों के आधुनिकीकरण और शोरूम निर्माण के कार्यो को गति देने का सुझाव दिया.


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