राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर CM गहलोत पहुंचे कोटा, कांग्रेस पदाधिकारियों की ली बैठक
राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के रूप का निरीक्षण करने के लिए सीएम अशोक गहलोत झालावाड़ भी गए और उसके बाद कोटा में सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी की.
Kota News: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के रूप का निरीक्षण करने के लिए सीएम गहलोत झालावाड़ भी गए और उसके बाद कोटा में सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी की.
गहलोत ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा राहुल गांधी और इस यात्रा पर मीडिया के माध्यम से अनर्गल आरोप लगा रही है. दरअसल भाजपा के पास कुछ कहने के लिए है नहीं लेकिन कांग्रेस के प्रत्येक कार्यकर्ता को इस यात्रा को सफल बनाने के लिए अपना योगदान देना है. भारत जोड़ो यात्रा को लेकर सभी में जबरदस्त उत्साह है.
सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान में यह यात्रा ऐतिहासिक होनी चाहिए. हमें यात्रा का जोरदार स्वागत करना है. यह मुद्दा राहुल गांधी का नहीं, यह मुद्दा देश के लोकतंत्र का है. यह मुद्दा जनता की रक्षा का है. भाजपा सरकार में जनता असंतोष में है. देश में बेहद खतरनाक ट्रेंड चल रहा है. इसका मुकाबला सड़कों पर आकर ही करना होगा. इस यात्रा को रोकने के लिए भाजपा जन आक्रोश यात्रा निकाल रही है लेकिन यह यात्रा पूरी तरह से फेल होगी क्योंकि भाजपा से जनता संतुष्ट नहीं है. उन्हें कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा है.
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि हम सब एक हैं और हमें राहुल गांधी की यात्रा को सफल बनाना है. कार्यकर्ताओं से अपील भी की कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस यात्रा में पहुंचे और इसे सफल बनाएं.
क्यों अहम है यह यात्रा
बता दें कि भले ही राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा को गैर राजनीतिक यात्रा बता रहे हैं लेकिन ये यात्रा राजस्थान के लिए राजनीतिक मायने में भी बेहद अहम मानी जा रही है. सबसे खास बात ये है कि इसमें कांग्रेस ने अपने किलों को मजबूत करने की कवायद करने के साथ ही बीजेपी के बड़े गढ़ में भी सेंध लगाने की कोशिश करती दिख रही है. अपनी इस यात्रा में राहुल गांधी राजस्स्थान में 17 दिनों में 521 किलोमीटर का सफर तय करेंगे. इस दौरान वे 6 जिलों झालावाड़, कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर, दौसा और अलवर की 18 विधानसभाओं से गुजरेंगे. यात्रा के दौरान टोंक जिले में सिर्फ 5-6 किलोमीटर का हिस्सा कवर होगा.