Kota: देशभर में जहां एक तरफ महंगाई के खिलाफ कांग्रेस ने हल्ला बोल रखा है, वहीं कोटा में कांग्रेस के महंगाई विरोधी प्रदर्शन को लेकर एक अलग ही ड्रामा देखने को मिला. कोटा में महंगाई विरोधी प्रदर्शन करने उत्तरी कांग्रेस को प्रदर्शन की अनुमति जिला प्रशासन ने नहीं दी. दरअसल देहात कांग्रेस की तरफ से महंगाई विरोधी प्रदर्शन का आयोजन किया गया था और पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कैंप कार्यालय पर प्रदर्शन का आह्वान किया गया था, लेकिन प्रोटोकॉल के लिहाज से जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी. बाद में देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष सरोज मीणा की तरफ से अन्य जगह पर प्रदर्शन की अनुमति मांगी गई, लेकिन प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं दी गई.


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ऐसे में देहात जिला अध्यक्ष सरोज मीणा ने अपना दर्द बयां रते हुए कहा कि हमारे ही कुछ नेता हमें आगे नहीं बढ़ने देना चाहते. हम अच्छा ना करें इस वजह से हम पर रोक लगाई जाती है जबकि प्रदेश में हमारी ही सरकार है और हमारे प्रदर्शन पर शहर में रोक लगा दी गई, जबकि यही प्रदर्शन अगर शहर जिला कांग्रेस की तरफ से हो रहा होता तो आसानी से परमिशन मिल जाती है.


देहात अध्यक्ष सरोज मीणा ने कहा कि इस पूरे मामले को हमने प्रदेश अध्यक्ष तक भी पहुंचाया है और कहा है कि अगर हमें परमिशन नहीं दी जाती तो, फिर हमें आगे कोई भी कार्यक्रम नहीं दिया जाए. हालांकि सरोज मीणा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में देहात कांग्रेस के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी कांग्रेस कार्यालय पहुंचे. इस दौरान सांगोद विधायक भरत सिंह भी मौजूद रहे. कांग्रेस के प्रदर्शन के लिए प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं थी, ऐसे में शहर कांग्रेस कार्यालय को पुलिस छावनी बना दिया गया. कांग्रेस कार्यालय के बाहर गुमानपुरा सड़क पर आकर कांग्रेसियों ने अपना विरोध जताया, कुछ दूरी पर चलने के बाद सांगोद विधायक भरत सिंह, कांग्रेस देहात अध्यक्ष सरोज मीणा समेत कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को पुलिस की तरफ से हिरासत में लिया गया.


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