Jhalawar में Corona का महाविस्फोट, 505 नए पॉजिटिव केस आने से प्रशासन में हड़कंप
झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी एचओडी योगेन्द्र तिवारी (Yogendra Tiwari) ने बताया कि देर शाम 1455 सैंपल की जांच की गई थी, जिसमें 505 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
Jhalawar: जिले में कोरोना संक्रमण (Corona infection) लगातार अपने पैर पसार रहा है. देर शाम एक बार फिर कोरोना संक्रमण का महा-विस्फोट हुआ और 505 नए संक्रमित रोगी सामने आए हैं.
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झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी एचओडी योगेन्द्र तिवारी (Yogendra Tiwari) ने बताया कि देर शाम 1455 सैंपल की जांच की गई थी, जिसमें 505 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. उधर देर शाम झालावाड़ के कोविड अस्पताल में भर्ती 3 संक्रमितों की उपचार के दौरान मौत हो गई, जिसमें दो झालावाड़ जिले के तथा एक सीमावर्ती मध्य प्रदेश का निवासी था.
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बीते 24 घंटे में 505 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे में भी हड़कंप मच गया है. झालावाड़ जिला अस्पताल के कोविड वार्ड्स तथा कोविड अस्पताल में भी अब नए रोगियों को भर्ती करने की जगह नहीं बची है. जिला अस्पताल में करीब 460 रोगी भर्ती है, लेकिन 260 ऑक्सीजन बेड ही उपलब्ध है, ऐसे में जिला अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई हेतु पॉइंट बनाए जा रहे, जिससे ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई जा सके.
जिला कलक्टर हरिमोहन मीणा ने जारी किए निर्देश
उधर बिगड़ते हालात को देखते हुए जिला कलक्टर हरिमोहन मीणा (Harimohan Meena) ने भी अस्पताल प्रशासन को विशेष निर्देश देते हुए गंभीर हालत से बाहर आ चुके रोगियों को कोविड केयर सेंटर भेजने के निर्देश दिए हैं, जिससे अन्य गंभीर रोगियों को जिला अस्पताल में भर्ती किया जा सके. साथ ही सीएमएचओ के माध्यम से कोविड रोगियों को जिले के चिन्हित सीएचसी पर भर्ती कराने के निर्देश दिए हैं तथा वहां पर भी ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) भिजवाए जा रहे, जिससे जिला चिकित्सालय में आने वाले संक्रमित रोगियों को उनके क्षेत्रों में ही सीएचसी स्तर पर ही उपचार हेतु रोका जा सके.
रेमडेसीविर की लगातार किल्लत बनी हुई
इधर लगातार बढ़ते रोगियों की संख्या के चलते जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन की तो फिलहाल उपलब्धता है लेकिन रेमडेसीविर की लगातार किल्लत बनी हुई है. देर शाम भी रेमडेसीविर इंजेक्शन नहीं पहुंच पाए. जिला कलेक्टर हरिमोहन मीणा ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें कोरोना संक्रमण के लक्षण महसूस होते हैं तो स्वयं को होम क्वारंटाइन कर चिकित्सक से परामर्श लेकर घर पर ही उपचार शुरू कर दें.
Reporter- Mahesh Parihar