Sangod: हीचर गांव के पास से कालीसिंध नदी से निकल रही हरिश्चन्द्र सागर सिंचाई परियोजना की क्षतिग्रस्त दीवार की विभाग ने मरम्मत शुरू करवा दी है. मरम्मत होने के बाद किसानों को सिंचाई के लिए परियोजना से फिर से पानी मिलना शुरू हो जाएगा. किसानों की समस्या को देखते हुए जल संसाधन विभाग क्षतिग्रस्त दीवार की जल्द मरम्मत में जुटा हुआ है.


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मुख्य नहर की दीवार तेज बहाव के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई
उल्लेखनीय है कि कालीसिंध नदी से निकल रही परियोजना की मुख्य नहर की दीवार गत दिनों नदी में आए पानी के तेज बहाव के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई. नदी से नहर में जलप्रवाह तो हो रहा है, लेकिन नहर के टूटे हिस्से से नहर का पानी फिर से नदी में मिल रहा है. जिसके चलते नहर में बीते दस दिनों से भी अधिक समय से जलप्रवाह थमा हुआ है. परियोजना की मुख्य नहर से सांगोद और खानपुर तहसील के हजारों हैक्टेयर में सिंचाई होती है लेकिन नहर में पानी नहीं आने से किसान फसलों में सिंचाई नहीं कर पा रहे थे.


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कार्य पूर्ण करने का भरोसा दिलाया
नहर की मरम्मत शुरू नहीं होने से किसानों को आगामी दिनों में भी पानी नहीं मिलने की चिंता सता रही थी. भाजपा जनप्रतिनिधियों ने भी अधिकारियों को ज्ञापन देकर नहर की जल्द मरम्मत करवाने की मांग रखी. ऐसे में विभाग ने नहर के टूटे हिस्से की मरम्मत शुरू करवा दी है. भाजपा नेता महावीर सिंह खरखनाखेड़ी ने बताया कि मरम्मत कार्य का अवलोकन कर अधिकारियों से चर्चा की गई. उन्होंने चार से पांच दिनों में कार्य पूर्ण करने का भरोसा दिलाया है.