Kota News: कोटा अभेडा बायोलॉजिकल पार्क को नता में शिफ्ट हुए लगभग 2 वर्ष पूरे हो चुके हैं. लेकिन सेकंड फेज को लेकर विभाग को बजट का इंतजार लंबा होता जा रहा है. वन विभाग द्वारा बज़ट में मंजूरी के लिए दो बार प्रस्ताव भिजवाया गया, लेकिन अभी तक भी सरकार द्वारा इसकी स्वीकृति नहीं मिली है.


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जिसके कारण वन विभाग को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वन्य जीव विभाग डीएफओ अनुराग भटनागर ने बताया कि अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में द्वितीय चरण के तहत 31 एनक्लोजर, वेटनरी हॉस्पिटल, कैफेटेरिया, स्टाफ क्वाटर के अलावा अन्य कार्य होने हैं.


इसके लिए फिर से 25 करोड़ के बजट के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा है. पिछले तीन साल से यह बजट नहीं मिलने की वजह से कई कार्य अधूरे पड़े हैं. अगर सरकार बजट दे दे तो सेकंड फेज में 22 एक्लोजर ,पशु चिकित्सालय कैफेटेरिया, स्टाफ क्वार्टर के साथ अन्य कार्य होने हैं.


लेकिन राशि नहीं मिलने के कारण यह सब कार्य अटक गए हैं. वही सेकंड फेज के अभाव में अभी भी पुरानी चिड़ियाघर में बंदरों की विशेष प्रजाति के बोनट,पहाड़ी कछुए, पानी के कुछए, तीन फीट ऊंचे पेलिकन हवासिल, अजगर का जोडा, घड़ियाल, मगरमच्छ तथा पक्षियों में इग्रेट, स्पॉट बिल्ड डक, विसलिंग टिल, कोम्ब डक, नाइट हेरोन, पोण्ड हेरोन, बारहेडेड गूज, राजहंस बतख, तोता, लवबर्ड्स सहित कुल 48 तरह के वन्यजीव हैं, जिन्हें शिफ्टिंग का इंतजार है.