Rajasthan News: कोटा शहर के सकतपुरा में शुक्रवार रात विद्युत प्रसारण निगम की 220 केवी लाइन के करंट ट्रांसफार्मर (सीटीबीटी) ब्लास्ट हो गई, जिससे कोटा शहर और रावतभाटा उपखंड क्षेत्र के कई गांवों में अंधेरा छा गया. इससे कोटा थर्मल की सातों इकाइयां और राणा प्रताप सागर पन बिजली घर की 3 इकाइयों में विद्युत उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गया. ऐसे में 132 केवी जीएसएस और इससे जुड़े केईडीएल के 33 केवी जीएसएस को विद्युत आपूर्ति नहीं हो पाई, जिसके चलते कल रात कोटा शहर व रावतभाटा उपखंड मुख्यालय के कई गांवों में अंधेरा छाया रहा.


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देर रात तक प्रयास के बाद भी विद्युत आपूर्ति  नहीं हुई बहाल
जानकारी के अनुसार, राणा प्रताप सागर पन बिजली घर की तीन इकाइयों से विद्युत उत्पादन हो रहा था, वह भी बंद हो गया. वहीं, शुक्रवार रात करीब 8 बजे बाड़ोलिया 132 केवी ग्रिड स्टेशन से आपूर्ति हो रही बिजली बंद हो गई है. कोटा-रावतभाटा में विद्युत आपूर्ति बंद होने से कल रात दादाबाड़ी, नयापुरा, बोरखेड़ा, डीसीएम, सकतपुरा, आरकेपुरम, जेपी मार्केट, वल्लभ नगर, कुन्हाड़ी, एमबीएस अस्पताल आदि जगहों की बिजली गुल रही. ऐसे में लोगों को काफी परेशानी हो रही है. शुक्रवार रात 9 बजे तक लगातार प्रयास करने के बाद भी विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हुई. 


थर्मल की सातों इकाइयां भी ठप
बता दें कि विद्युत प्रसारण निगम की 220 केवी लाइन से कोटा सुपर थर्मल पावर स्टेशन को विद्युत आपूर्ति सप्लाई होती है. करंट ट्रांसफार्मर में ब्लास्ट होने से कोटा थर्मल की सातों इकाइयां भी ठप हो गई. थर्मल की सातों इकाइयों को वापस चालू करने का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि, इसे चालू होने में समय लगेगा. वहीं, इससे थर्मल को करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है. जानकारी के अनुसार एक इकाई को वापस चालू करने में करीब 20 लाख तक का खर्च आता है. 


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