Kota News: "कामयाब कोटा" अभियान के अंतर्गत जिला कलेक्टर डॉ रविंद्र गोस्वामी ने शनिवार को राजीव गांधी नगर स्थित कोचिंग में विद्यार्थियों के साथ डिनर करते हुए संवाद किया.


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सफलता के मंत्र भी जाने
विद्यार्थियो ने उनसे संवाद कर अपनी जिज्ञासाएं और शंकाएं शांत की और सफलता के मंत्र भी जाने. जिला कलेक्टर ने उन्हें सीख दी की परीक्षा के अंकों से ही जीवन की दशा और दिशा तय नहीं होती, इससे आगे बढ़कर सोचें और जीवन में कुछ बड़ा करें.


उन्होंने कहा, स्वयं की कमियों और मजबूत पक्ष को पहचानें और समस्याओं को चुनौती की तरह लें. पढ़ाई की नीरसता दूर करने के परिवार और दोस्तों से संपर्क हमेशा बनाए रखें. मोबाइल का उपयोग कम करने की भी सलाह दी.



छात्रों का मनोबल बढ़ाने
ज़्यादा से ज़्यादा प्रैक्टिस,रिविज़न करना और पुरानी गलतियों को न दोहराने की भी सलाह दी.जिला कलेक्टर ने कहा कि हर छात्र की अपनी क्षमताएं होती हैं उनके अनुसार अपने सपने और लक्ष्य तय करें. जीवन का यह दौर एक पड़ाव है यह मंज़िल नहीं है, जीवन मे हमेशा कुछ बेहतर करने एवं पाने का सोचें. लक्ष्य के प्रति समर्पित रहें लेकिन कर्मफल ईश्वर पर ही छोड़ दें.


विद्यायर्थियो ने अध्ययन, जीवन के लक्ष्य और जीवन की चुनौतियों, पेरेंट्स की अपेक्षा को लेकर सवाल पूछे जिनका कलेक्टर ने सहज तरीके से समाधान दिया.



विद्यार्थियों ने जिला कलेक्टर की इस पहल का स्वागत करते हुए उनके प्रति धन्यवाद दिया. इस अवसर पर हॉस्टल की नोडल अधिकारी सुनीता डागा,कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल महासचिव पंकज हॉस्टल संचालिका उषा एवं अन्य उपस्थित रहे.


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