Kota News:  हाल ही में राजस्थान के औद्योगिक शैक्षणिक शहर कोटा में विद्यार्थियों के जरिए आत्महत्या करने के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. जहिर है भारत के विभिन्न राज्यों के विद्यार्थी लाखों की संख्या में विद्यार्थी मेडिकल, इंजीनियरिंग सहित अन्य विषय की तैयारी करने के लिए कोचिंग संस्थान में एडमिशन लेने के लिए आते हैं.


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लेकिन हाल की के दिनों में छात्रों को जरिए बढ़ती आत्महत्या की घटना शहर के लिए चिंता का विषय बनी हुई है. इसे लेकर राजय के शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला ने भी चिंता जताई है.


इस बारे में  शिक्षा मंत्री कल्ला का कहना है कि आज के दौर में विद्यार्थी मानसिक तनाव में आकर आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाते हैं, जो कि एक समाज के लिए सोचने का विषय है. छात्रों को हर समय अपनी जीवनशैली में बदलाव लाते रहना चाहिए जिससे उनकी मानसिक सेहत ठीक रहे और वह  पढ़ाई में अपना मन लगा सकें, लेकिन कई छात्र कॉपिटिशन एग्जाम में अच्छा प्रदर्शन करने के कारण रात रात भर जाग कर पढ़ाई करते हैं, और दिन में कोचिंग क्लास में जाकर पढ़ते हैं. जिससे उनकी नींद पूरी नहीं होती और वह कई बीमारियों के शिकार हो जाते हैं. विद्यार्थियों को तनाव मुक्त रहना चाहिए किसी भी प्रकार का मानसिक तनाव छात्रों को नहीं लेना चाहिए.


इसके साथ ही यह भी बताया की आए दिन छात्रों की आत्महत्या की घटनाओं को बढ़ता देख प्रशासन ने कुछ एतिहायातनृ तौर पर कुछ कदम उठाएं है, जो कोटा के कोचिंग संस्थानों में पढ़ रहें छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान तनाव और चिंता से बाहर निकालने में मदद  करेंगी. जैसे  छात्रों को  योग सत्रों, जुम्बा कक्षाओं से लेकर परामर्शदाताओं की एक टीम को तैनात  किया जाएगा.  इसके अलावा 24 घंटे सातों दिन कार्यरत हेल्पलाइन की व्यवस्था की गई है. 


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