Kota News:राजस्थान के स्कूलों में नए सत्र का आगाज होने लगा है.प्रदेश में नई सत्र से सरकारी स्कूल में प्राथमिक शिक्षा के छात्र-छात्राओं को देसी शब्दों को शामिल करते हुए पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पाठ्यक्रम में स्थानीय स्तर पर बोले जाने वाली भाषा को शामिल किया गया है. जैसे स्कूलों में बच्चे मटकी को मटको,,, कौवा को कांगलो,, बिल्ली को बिल्लो ,,बोला जाएगा.नई शिक्षा नीति के तहत सर्वे में कक्षा एक के बच्चों तथा उन्हें पढ़ाने वाले शिक्षकों से भाषा की जानकारी ली गई थी.



इसमें बच्चों के नाम के साथ उनके घर की भाषा,,, शिक्षण की भाषा,, स्कूल का माध्यम और भाषा को समझना वह बोलने की विद्यार्थियों की क्षमता के स्तर आदि का सर्वे कर उसे स्कूल दर्पण पर अपलोड करवाया गया था.राजस्थान में 30 भाषाओं का सर्वे करवाया गया था.


शिक्षा मंत्री शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया की नई शिक्षा नीति में बदलाव करते हुए प्राथमिक कक्षाओं में मातृभाषा पर जोर देने की नीति लागू की जा रही है.इसके तहत स्थानीय बोली व भाषा के आधार पर शब्दकोश तैयार करवा कर पाठ्यक्रम तैयार करवा रहे है.



जिसकी करवाई पूरी हो चुकी है और नए सत्र से इसे लागू भी कर दिया जाएगा.स्थानीय स्तर पर मातृभाषा के तहत तैयार किए गए शब्दकोश की उपयोगिता पर बात करते हुए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि कुछ शब्द ऐसे हैं जो हम दैनिक बोलचाल में बोलते हैं.जिससे बच्चों को सिखाने में जल्द मदद मिलती है.बच्चे जल्द बोलना सीखते है.इसलिए मातृभाषा के शब्दों को नए पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है.


यह भी पढ़ें:Lok Sabha Chunav 2024:कांग्रेस के घोषणा पत्र पर सीपी जोशी ने साधा निशाना,कहा-कांग्रेस के घोषणा में देश को तोड़ने...


यह भी पढ़ें:Lok Sabha Chunav 2024:अलवर में 300 मीटर पहले ही रुका प्रियंका गांधी का रोड़ शो,जानिए वजह..