Kota News: जिले के सुल्तानपुर थाना क्षेत्र में झाड़फूंक के दौरान एक व्यक्ति की डंडे से पिटाई का मामला सामने आया है. पिटाई से घायल व्यक्ति की हॉस्पिटल में मौत हो गई. परिजनों ने तांत्रिक पर हत्या के आरोप लगाते हुए ग्रामीण एसपी को परिवाद दिया है. ग्रामीण एसपी ने परिवाद की जांच डीएसपी को सौंपकर रिपोर्ट मांगी है. वहीं, झाड़फूंक से बीमारी ठीक करने के दौरान डंडे से पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मृतक बृज मोहन सुमन (52) कोटा के बापू नगर, कुन्हाड़ी इलाके का रहने वाला था. 


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बेटे ने बताई आपबीती
बेटे हरिशंकर (20) ने बताया कि उसके पिता स्टोन फैक्ट्री में मजदूरी करते थे. परिवार एक बड़ा भाई ( दिव्यांग) व दो बहन है. कुछ दिन पहले पिता की तबियत खराब हुई थी. वो बहकी-बहकी हरकत करने लगे थे. किसी ने बताया कि ये दिमागी बीमारी मेडिकल से संबंधित नहीं है. सुल्तानपुर में तांत्रिक रामजी गुर्जर के पास जाकर इलाज करवाने की सलाह दी, जिसके बाद मम्मी व मामा के साथ पिता को लेकर सुल्तानपुर गया. वहां पता लगा कि झोटोली रोड़ तलाई पाड़ा में एक तांत्रिक ऐसी बीमारियों का इलाज करता है. 


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21 जुलाई को तांत्रिक से मुलाकात करके पिता की बीमारी के बारें में बताया. तांत्रिक ने बीमारी ठीक करने की एवज में 11 हजार 500 रुपये मांगे. 21 की शाम को पिता को तांत्रिक के पास छोड़कर कोटा आ गया. घर पर बहन व भाई अकेले थे. उस रात तांत्रिक ने पिता के हाथ बांधकर शराब के नशे में डंडों से पिटाई करना शुरू कर दिया. 



रात को मामा ने फोन करके पिटाई की बात बताई और तुरंत सुल्तानपुर आने को कहा. रात 11 बजे कोटा से रवाना होकर 1 बजे सुल्तानपुर पहुंचा तो पिता सो रहे थे. सुबह देखो तो पिता के शरीर पर मारपीट के निशान थे. तांत्रिक से इस बारें में पूछा तो उसने जल्द आराम आने की बात कही. दूसरे दिन पैसों का इंतजाम करने कोटा आ गया. उस रात भी तांत्रिक ने शराब के नशे में पिता की डंडों से जबदस्त पिटाई की. 


तीसरे दिन पैसे की व्यवस्था करके सुल्तानपुर गया तो तांत्रिक ने मेरे सामने भी पिता को रोड़ पर भगा-भगा कर डंडो से मारा. डंडों की पिटाई से पिता जोर-जोर से चिल्ला रहे थे. ये देखकर मुझसे रहा नहीं गया.  तांत्रिक को इलाज करने से मना कर दिया. उससे कहा कि डॉक्टर से इलाज करवा लेंगे. 


जैसे ही पिता को उठाकर कमरे से बाहर लाया तो तांत्रिक नई मुझपर डंडे से वार कर दिया।में भागकर सुल्तानपुर थाने पहुंचा वहां से पुलिस को साथ लेकर आया. पुलिसकर्मी भी पिता की हालत देखकर अचंभित हो गए. पुलिसकर्मियों ने पिता को अस्पताल ले जाने की सलाह दी. उस वक्त रात के 11 बज चुके थे. रात ज्यादा होने के कारण मम्मी ने सुबह चलने को कहा. उसी दौरान तांत्रिक ने पुलिसकर्मियों को जाने क्या पाठ पढ़ाया. पुलिसकर्मी उल्टा हम से ही गाली-गलौज करने लग गए. मैं डर के मारे रात को कोटा भागकर आ गया. 



वहीं, मम्मी-पापा दोनों सुल्तानपुर रहे. 25 जुलाई को पिता की गंभीर हालात देखकर तांत्रिक ने मम्मी-पापा का धमकाकर एक कागज पर साइन करवाए. रात 9 बजे तांत्रिक ने अपने जवाई की गाड़ी से मम्मी-पापा को कोटा भेज दिया. रात को पिता को खाना खिलाकर सुला दिया. 26 की सुबह पिता की हालत देखी. उनके शरीर पर लील पड़ी हुई थी. नाखून व उंगलियां फटी हुई थी. हाथ पैर से मांस निकल रहा था. गम्भीर हालात में पिता को हॉस्पिटल लेकर गया. मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती करने के 15 मिनट बाद ही उनकी मौत हो गई. 


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पिता की मौत के बाद मुझे कुछ समझ नहीं आया. शव का पोस्टमार्टम भी नहीं करवाया. तीसरे दिन के बाद 1 अगस्त को ग्रामीण एसपी को परिवाद दिया है.  तांत्रिक द्वारा भयानक तरीके से पिटाई के सदमें में पिता की मौत हुई है. ग्रामीण एसपी करन शर्मा ने कहा कि पीड़ित परिवार ने 1 अगस्त को परिवाद दिया है.  परिवाद की जांच सीओ को दी है. फैक्चुअल रिपोर्ट मंगवाई है वास्तव में ऐसा हुआ क्या.