देश ही नहीं दुनिया में अलग पहचान बनाएगा कोटा का ऑक्सीजोन पार्क, ये है खासियत
कोचिंग हब के बाद कोटा की पहचान अब ऑक्सीजोन पार्क के तौर पर भी जाना जाएगा. करीब 100 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे ओक्सीजोन पार्क की सौगात जल्द ही कोटा वासियों को मिलने वाली है.
कोटा: वैसे तो कोटा की पहचान कोचिंग हब के तौर पर देश में मशहूर है, लेकिन पर्यावरण के अनुकूल और आधुनिक सुविधाओं से लैस ओक्सीजोन पार्क दुनिया में एक अलग पहचान बनाएगा. 71 एकड़ में 100 करोड़ की लागत से तैयार हुआ पार्क जल्द ही चालू हो जाएगा. पार्क की खासियत है कि यहां आने वाले लोगों को प्राकृतिक ऑक्सीजन के साथ-साथ इसके 4 किलोमीटर के दायरे में तापमान कम रहेगा.
विश्व स्तरीय सिटी पार्क ऑक्सीजोन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. दिसंबर आखिरी तक आम लोगों के लिए यह पार्क खोल दिया जाएगा. इस पार्क के शुरू होने से कोटा वासियों को घूमने के लिए एक नया और बेहतरीन स्थान मिलेगा. वहीं, यहां की हरियाली पर्यावरण को शुद्ध रखने में भूमिका अदा करेगी.
अलग-अलग किस्म के 50 हजार पौधे, और अलग-अलग जोन तैयार
इस पार्क में अलग-अलग किस्मे के 50 हजार से ज्यादा पौधो लगाए गए हैं. वहीं, विश्व के अलग अलग प्रजातियों के पक्षियों के लिए एवियरी विश्वस्तरीय तकनीक के समावेश के साथ ग्लास हाउस, काइनेटिक टॉवर रोटरी, डिस्क फाउंटेन, इनवर्टेड पिरामिड, आर्ट हिल, वाईफाई कैफे, डक पोन्ड, फूड एरिया, बच्चों के लिए प्ले जोन, सिनियर सिटीजन पार्क, बोटेनिकल पार्क, नॉलेज इज फ्रीडम प्रतिमा, ट्री मेल, स्टार प्लाजा फाउंटेन, सेव द अर्थ संदेश देने वाले जोन भी तैयार किए गए हैं.
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छात्रों को तनावमुक्त रहने की भी व्यवस्था
इसके अलावा, चार वैज्ञानिकों की प्रतिमा, वालकेनो, जॉगिंग ट्रेक सहित विश्व स्तरीय तकनीक के साथ कोचिग स्टूडेंट को तनाव मुक्त रखने उनको रिसर्च वर्क के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने वाले संसाधनों का समावेश भी इस पार्क में किया गया है.
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कोटा में प्रदूषण पर लगेगा लगाम
ऑक्सीजोन को प्राकृतिक ऑक्सीजन की फैक्ट्री का पर्याय कहा जा सकता है, क्योंकि यहाँ बादाम, नीम, देशी, विदेशी फूलों के ब्लॉक तैयार किए ही गए हैं, पार्क के चारों ओर ऑक्सीजन को बढ़ाने वाले पीपल के साथ हाड़ौती के वातावरण के अनुकूल और ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले 50 हजार के करीब पेड़ पौधे लगाए गए हैं, यह पार्क शहर के प्रदूषण पर लगाम लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. इतना ही नहीं इस आधुनिक पार्क के तैयार होने के बाद कोटा में पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सकता है.