Kota: कोटा का रेलवे स्टेशन वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. इसके साथ सब स्टेशन के तौर पर डकनिया रेलवे स्टेशन को भी फाइव स्टार केटेगरी के हिसाब से तैयार करने का खाका खींच चुका है. कोटा और डकनिया स्टेशन के लिए 323 करोड़ की योजना बनाई गई है. इसमें 203.78 करोड़ रुपए कोटा और 119 करोड़ रुपए डकनिया स्टेशन पर खर्च होंगे. कार्यादेश जारी होने के दो वर्ष के भीतर इन दोनों ही स्टेशनों का एक अलग और भव्य स्वरूप नजर आएगा. 


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लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कोटा और डकनिया रेलवे स्टेशन के लिए जो प्रयास किए आखिर कार अब इन दोनों रेलवे स्टेशनों के वक्त को बदलने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. कोटा रेलवे स्टेशन के ऐतिहासिक स्वरूप बरकरार रखते हुए कोटा स्टेशन को अत्याधुनिक लुक देने की तयारी की गई है. पुनर्निर्माण की प्रक्रिया के दौरान ऐतिहासिक स्वरूप को बरकरार रखते हुए कोटा स्टेशन को अत्याधुनिक लुक दिया जाएगा. 


यहां प्लेटफार्म नंबर एक से तीन, तीन से चार के बीच 36 मीटर चैड़े दो कोनकोर्स बनाए जाएंगे जो आपस में जुड़े होंगे. इन दोनों कोनकोर्स पर एयरपोर्ट की तर्ज पर यात्रियों के लिए बैठने की व्यवस्था तथा दुकानों का प्रावधान किया जाएगा. भीमगंजमंडी की ओर से प्लेटफार्म पर जाने के लिए दो प्रवेश द्वार होंगे, जबकि प्रस्थान के लिए अलग से नया ब्लॉक बनाया जाएगा. इसी ब्लॉक में करीब 3000 वर्गमीटर का आधुनिक वेटिंग हॉल भी बनाया जाएगा. 


वीआईपी रूम और वीआईपी लाउंज का भी प्रावधान किया जाएगा. इसी तरह रेलवे कॉलोनी की ओर के प्लेटफार्म नंबर 4 का भी कायाकल्प किया जाएगा. वहां के प्रवेश द्वार भी एक नए अंदाज में दिखाई देगा. यात्रियों को सुगम आवागमन की सुविधा देने के लिए 8 अतिरिक्त लिफ्ट और 14 अतिरिक्त एस्केलेटर लगाए जाएंगे. पार्किंग के स्थान की भी रिमॉडलिंग की जाएगी ताकि वाहनों के आने-जाने में कोई अवरोध नहीं हो ताकि पैदल यात्री भी बिना किसी तकलीफ के स्टेशन के अंदर और बाहर आ जा सकें. स्टेशन पर दिव्यांगों के लिए भी सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की जाएंगी. 


वहीं डकनिया रेलवे स्टेशन पर दो नए प्लेटफार्म बनाए जाएंगे, जिससे गाड़ियों का ठहराव संभव हो सकेगा. डकनिया स्टेशन के पुनर्निर्माण में वहां दो नए प्लेटफार्म बनाए जाएंगे, जहां बिछने वाली लूप लाइप से न सिर्फ यहां गाड़ियों का ठहराव संभव होगा बल्कि भविष्य में नई रेल गाड़ियां भी चलाई जा सकेंगी. वर्तमान में मौजूद प्लेटफार्म को भी 10 से 12 मीटर तक चैड़ा किया जाएगा. 


डकनिया स्टेशन पर भी 36 मीटर चैड़ा एयर कोनकोर्स बनाया जाएगा. यहां के सभी प्लेटफाम्र्स पर शेड होगा ताकि यात्रियों को कोई असुविधा नहीं हो. बाहर से आने वाली यात्रियों को ठहरने की सुविधा देने के लिए 2 डोरमेट्री और 6 रिटायरिंग रूम बनाए जाएंगे. वेटिंग एरिया भी अत्याधुनिक होगा जहां स्टेट ऑफ दी आर्ट सुविधाएं मिलेंगी. इसके अलावा वीआईपी रूम और लाउंज भी बनाया जाएगा. स्टेशन के बाहर पार्किंग सुविधा की भी रिमॉडलिंग की जाएगी. यहां भी यात्रियों के लिए 8 लिफ्ट और 6 एस्केलेटर का प्रावधान किया जाएगा. यह स्टेशन पूरी तरह दिव्यांग-फ्रेंडली होगा जहां दिव्यांग जनों को सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया होंगी. 


कोटा और डकनिया दोनों स्टेशन पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाएंगे. दोनों स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरा, बैग स्कैनर, मेटल डिटेक्टर लगाए जाएंगे. आग से लड़ने के लिए भी पर्याप्त इंतजाम किए जाएंगे. इसके अलावा यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए दोनों स्टेशनों के सभी प्लेटफाम्र्स पर कोच गाइडेंस सिस्टम भी लगाए जाएंगे.