Kota: रिंकू की किस्मत ने बड़े-बड़ों को दी मात, लॉटरी से बने प्रधान
इटावा पंचायत समिति के प्रधान बने रिंकु मीना को किस्मत का इस तरह साथ मिला कि हर जगह भाग्य ने उनका साथ जब वार्ड नम्बर 6 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हुआ तो उनके वार्ड में था.
Kota: राजस्थान के कोटा (Kota News) जिले के इटावा पंचायत समिति के प्रधान बने रिंकु मीना को किस्मत का इस तरह साथ मिला कि हर जगह भाग्य ने उनका साथ जब वार्ड नम्बर 6 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हुआ जो उनके वार्ड में था. वहीं कांग्रेस में इस वार्ड से पूर्व कॉपरेटिव बैंक अध्यक्ष और पूर्व काग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष दुर्गाशंकर मीना मुख्य दावेदार थे लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उनको टिकट नहीं देकर कांग्रेस ने बसपा से पूर्व पंचायत समिति रहे अशोक मीना को टिकट दे दिया.
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ऐसे में वरिष्ठ कांग्रेस नेता दुर्गाशंकर मीना (Durgashankar Meena) ने बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा और दूसरे स्थान पर रहे. इससे प्रधान पद पर निर्वाचित हुए मीना की जीत कांग्रेस की आपसी कलह से बंट गई और वार्ड में जीत हो गई. इसके साथ ही भाजपा ने 17 में से 6 सीटों पर अनुसूचित जनजाति के प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था लेकिन भाजपा (BJP) में इन सब सीटों में से केवल रिंकु मीना की सीट ही जीत सकी लेकिन इसके बाद आए परिणामों में कांग्रेस को 8 सीटें मिली.
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वहीं भाजपा को 7 सीटें मिली इसके साथ ही वार्ड नम्बर 9 से चेतन पटेल और वार्ड 5 से जितेंद्र योगी कांग्रेस (Congress) से टिकट नहीं मिलने से निर्दलीय चुनाव लड़े थे और विजयी रहे. ऐसे में इन दोनों निर्दलीयों को भी कांग्रेस के साथ माना जा रहा था लेकिन अंतिम समय पर चेतन पटेल ने प्रधान पद पर निर्दलीय फार्म भर दिया और तीन लोगों के बीच चुनाव हुआ जिसमें कांग्रेस के एक सदस्य ने निर्दलीय प्रत्याशी को मतदान कर क्रॉस वोटिंग कर दी. इसके चलते कांग्रेस और भाजपा को 7-7 मत मिले इसके बाद लॉटरी डाली गई और शुरू से अंतिम समय तक किस्मत ने रिंकु मीना का साथ दिया और लॉटरी से प्रधान पद पर जीत हुई.