Ladpura: ग्राम पंचायत आरामपुरा में प्रधानमंत्री आवास योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है. पंचायत में पूरी तरफ से भ्रष्टाचार भरा पड़ा हुआ है. सरपंच और सरपंच पति के साथ ग्राम सेवक द्वारा अपने चहेतों को फर्जी से तरीके से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दे रहे है. 


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लाडपुरा विकास अधिकारी रामबिलास मीणा ने बताया कि ग्राम पंचायत आरामपुरा में पूर्व निर्मित आवासों और अपात्र लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लाभान्वित करने की शिकायत मिली थी, जिस पर बीते दिनों से आरामपुरा पंचायत के रिकॉर्ड को सील किया गया था जिस पर उक्त मामले में टीम गठित कर आज मंगलवार को पंचायत रिकॉर्ड जप्त कर जांच हेतु पंचायत समिति लाडपुरा कार्यालय में जमा कराए गए. 


ग्राम पंचायत आरामपुरा के ग्राम चडीन्दा में सरपंच और ग्राम सेवक द्वारा अपने मिलने वाले को पूर्व में निर्मित मकान पर प्रधानमंत्री आवास योजना लाभ दे दिया है जो कि नियमविरुद्ध और पद का दुरुपयोग कर दिया गया है. पंचायत समिति लाडपुरा विकास अधिकारी रामबिलास मीना ने बताया कि ग्राम आरामपुरा पंचायत में आवास की शिकायत पर सहायक विकास अधिकारी महेश जेसवानी के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना की जांच की गई, जिसमें जांच में व्यापक फर्जीवाड़ा सामने आया है.


सहायक विकास अधिकारी महेश जेसवानी ने बताया कि ग्राम पंचायत आरामपुरा के ग्राम चडीन्दा में प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रगति का मौके पर निरीक्षण किया गया तो निरीक्षण के दौरन संदेह हुआ कि ग्राम चडीन्दा में रामकरण पुत्र किशनलाल मेघवाल PMAY ID 113510645 का आवास काफी पुराना है, जिस पर इसकी जांच के सम्बंध में आस-पास पड़ोसियों और ग्रामवासियों से जानकारी प्राप्त की तो ज्ञात हुआ कि उक्त व्यक्ति का मकान आज से चार वर्ष पूर्व निर्मित होना प्रारंभ हो गया था और लगभग एक वर्ष पूर्व उक्त आवास को स्वीकृति से पूर्व ही आवास पूर्ण हो चुका था. 


इस सम्बंध में जब जांच करने गए सहायक विकास अधिकारी ने आस-पास के लोगों और ग्रामीणों के बयान लिए उससे प्रमाणित होता है कि ग्राम पंचायत द्वारा रामकरण पुत्र किशन लाल मेघवाल ग्राम चडीन्दा को उक्त आवास पूर्व निर्मित होने के बावजूद प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देकर प्रथम किश्त राशि 15000 रुपये उसके बचत खाते में जमा करवाई गई. 


इसके बाद 09.06.2022 द्वितीय किश्त हेतु उक्त व्यक्ति के मकान की जीवो टैगिंग कर उपयोगिता प्रमाण पत्र कार्यालय पंचायत समिति भेजा गया और द्वितीय किश्त की जीओ टेगिग के दौरान भी आवास पूर्ण बना हुआ था, इससे पंचायत में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. प्रधानमंत्री आवास योजना में फर्जीवाड़े के मामले में पंचायत के ग्राम सेवक महावीर वैष्णव की भूमिका भी संदिग्ध है और लोगों ने उसके ऊपर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.


ग्रामीणों ने कहा कि आरामपुरा पंचायत में सरपंच महिला जनप्रतिनिधि है जिसके कारण सरपंच पति ही ग्राम पंचायत चलाता है. अपने मनमाने तरीके से काम करता है. लोगों ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं को राजनीति और अन्य क्षेत्र में बराबर की भागीदारी सुनिश्चित की है लेकिन वो ग्राउंड स्तर पर फेल होती नजर आ रही है. आरामपुरा पंचायत में महिला सरपंच होने के कारण सरपंच पति ही सारे काम करता है और मनमर्जी तरीके से अपने चाहने वालों को नियमों को ताक पर रख कर फर्जीवाडा कर लाभ पहुंचाया जा रहा है. लाडपुरा विकास अधिकारी रामबिलास मीणा ने बताया कि इस मामले में सघन जांच की जा रही है. जांच के बाद दोषी पाए जाने पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी.


आरामपुरा ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में अगर कोई फर्जीवाड़ा और भ्रष्टाचार हुआ है तो उसके खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी और जांच में दोषी पाए जाने पर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. आरामपुरा ग्राम पंचायत में आवास मामलों में अपात्र लोगों को लाभ देने की शिकायत मिली थी जिस पर कार्रवाई कर पंचायत से रिकॉर्ड जप्त पर पंचायत समिति कार्यालय में जमा कर दिए है और अग्रिम नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.


Reporter: Himanshu Mittal


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