विधायक ने ली कृषि-बीमा कंपनी अधिकारियों की बैठक, मुआवजा देने को लेकर हुआ मंथन
पंचायत समिति सभागार भवन में विधायक भरत सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई. बैठक में बारिश से फसलों में हुए खराब एवं नुकसान का आकलन कर किसानों को शीघ्र मुआवजा दिलाने को लेकर चर्चा की गई.
कोटा: पंचायत समिति सभागार भवन में विधायक भरत सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई. बैठक में बारिश से फसलों में हुए खराब एवं नुकसान का आकलन कर किसानों को शीघ्र मुआवजा दिलाने को लेकर चर्चा की गई. बैठक में विधायक भरत सिंह ने कृषि विभाग व बीमा कंपनियों के अधिकारियों को किसानों को फसल खराब होने पर अधिक से अधिक मुआवजा देने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि कोई किसान मुआवजे से वंचित नहीं रहना चाहिए. बैठक में कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फसल खराबे का सर्वे करवाया जाकर किसानों की शिकायतें ऑफलाइन भी ली जा रही है जिसे विभाग द्वारा ऑनलाइन करवाया जा रहा है.
बैठक में फसल बीमा कंपनी के अधिकारियों ने फसल बीमा की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि क्षेत्र में फसल खराबे की मिल रही शिकायतों का सत्यापन करवाया जा रहा है. किसान टोल फ्री नंबर, किसान मित्र एप या ऑफलाइन फार्म भरकर भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
बैठक में को-ऑपरेटिव सोसायटी अधिकारियों ने ग्राम सेवा सहकारी समितियों द्वारा किए गए बीमा की सूची को सहकारी समितियों के सूचना बोर्ड पर चस्पा करने संबंधी जानकारी दी एवं जो किसान सहकारी सदस्य बनने से वंचित रह गए उन्हें सहकारी से जोड़ने संबंधी जानकारी दी. सांगोद एसडीएम अभिषेक चारण व कनवास एसडीएम राजेश डागा ने सांगोद व कनवास क्षेत्र में फसल खराब की जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में उड़द में 90, सोयाबीन में 100 व धान में 50 प्रतिशत खराबा सामने आया है. बैठक में जिला प्रमुख मुकेश मेघवाल, प्रधान जयवीर सिंह, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कुशलपाल सिंह, खंड विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद मीणा समेत कई अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.
बैठक में विधायक भरत सिंह ने कहा कि किसानों को बीमा होने के बाद भी बीमा संबंधित जानकारी नहीं मिलती. उन्होंने अधिकारियों से क्षेत्र के बीमाधारी किसानों की सूची पंचायत समिति कार्यालय में भिजवाने तथा सभी किसानों को मुआवजे की जानकारी मुहैया करवाने के निर्देश दिए ताकि लोगों में विश्वास कायम रहे. उन्होंने क्रोप कटिंग की जानकारी भी किसानों के साथ-साथ स्थानीय संस्था को देने को लेकर निर्देशित किया.