महेश परिहार, झालावाड़: जिले में कोरोना प्रकोप (Corona outbreak) के बाद अब बर्ड फ्लू (Bird flu) की दहशत पैर-पसार रही है. मामला उस समय सामने आया, जब झालावाड़ (Jhalawar) के राड़ी के बालाजी मंदिर (Balaji Mandir) परिसर में दर्जनों कौओं की असामान्य मौत हो गई थी, तो कई बीमार हालत में मिले. 


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ऐसे में पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) ने सक्रियता दिखाते हुए मृत कौओं का सैंपल भोपाल में भेजा था, जहां से इन कौओ की मौत का कारण बर्ड फ्लू होना बताया गया. ऐसे में जिला प्रशासन भी सकते में आ गया और राड़ी के बालाजी मंदिर परिसर क्षेत्र के 1 किलोमीटर के दायरे में कर्फ्यू लगा दिया गया.


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अचानक शुरू हुआ कौओं की मौत का सिलसिला 
झालावाड़ (Jhalawar) शहर से सटे धार्मिक स्थल राड़ी के बालाजी मंदिर परिसर में गत सप्ताह अचानक से ही कौओं की मौत का सिलसिला शुरू हुआ, जो दर्जनों तक पहुंच गया था. ऐसे में पक्षी विशेषज्ञों और पशुपालन विभाग ने मृत कौओं के सैंपल लेकर राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भोपाल को भेजे, जहां सैंपल जांच के बाद कौओं की मौत का कारण एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) रोग होना पाया गया.


1 किलोमीटर दायरे में कर्फ्यू घोषित 
पशुपालन विभाग द्वारा यह सूचना जैसे ही प्रशासन को दी गई, जिला कलक्टर निकया गोहाएन ने आदेश जारी कर राड़ी के बालाजी मंदिर परिसर क्षेत्र के 1 किलोमीटर दायरे में कर्फ्यू घोषित कर दिया. इस दौरान प्रभावित क्षेत्र में आवागमन को प्रतिबंधित किया गया. साथ ही क्षेत्र में संचालित पोल्ट्री फार्म तथा अंडा विक्रय केंद्रों को भी बंद कर दिया गया. जिला स्तरीय अधिकारियों ने प्रोटोकॉल के अनुसार मामले की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भी भेज दी है.


सामान्य फ्लू की तरह वायरल इंफेक्शन 
उधर पूरे मामले में झालावाड़ डिप्टी सीएमओ डॉ. मुकेश बंसल ने बताया कि बर्ड फ्लू पक्षियों से मनुष्य में भी फैल सकता है, इसलिए एहतियात रखने की जरूरत है. यह सामान्य फ्लू की तरह वायरल इंफेक्शन ही है लेकिन सर्दी में घातक हो सकता है. बहरहाल, प्रशासन द्वारा कोटा से आई टीमों द्वारा क्षेत्र के पक्षियों और मुर्गियों में इस बीमारी के फैलने के बारे में सर्वे कराया जा रहा तथा क्षेत्र के नागरिकों को भी जागरूक रहने की अपील की गई है.