Kota Coaching Centre News: दिल्ली में हुई कोचिंग सेंटर हादसे ने पूरे देश को हिला के रख दिया है. प्रशासन की आंखे कोचिंग सेंटर को लेकर खोल दी है. दिल्ली जैसे हालत देश के अन्य शहरों में भी हैं. कोचिंग सेंटर की लापरवाही इसी से पता चल जाता है कि कहीं बेसमेंट में क्लासेज, तो कहीं पार्किंग बना कर बच्चों की जिंदगी से खिलवाड किया जा रहा है.


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कोचिंग संस्थान और लाइब्रेरी बेसमेंट
देश के अन्य शहरों के हालत देख के ऐसा ही लगता है कि दिल्ली जैसे हादसे और भी शहरों में कभी भी हो सकते हैं. राजस्थान की राजधानी में भी कई सारे कोचिंग संस्थान और लाइब्रेरी बेसमेंट में संचालित हो रहा है.



जिंदगी से खिलवाड 
राजधानी के गोपालपुरा बाइपास के आस-पास कई कॉलोनियों में समेंट में संचालित होने वाली कोचिंग संस्थान और लाइब्रेरी की संख्या 50 के आस-पास है. इन कोचिंग में छात्र-छात्राओं की आवाजाही हर रोज देखने को मिलती है.



इंतजामों की समीक्षा
बता दें कि प्रताप नगर में कोचिंग हब तो तैयार कर दिया गया है. लेकिन वहां ना कोई गया है और ना कोई जाना चाहता है. कोटा प्रशासन का कहना है कि शहर में किस भी प्रकार से जलभराव की कोई शिकायत नहीं आई है.वहीं कोटा में दिल्ली हादसे के बाद सभी इंतजामों की समीक्षा किया जा रहा है.



प्रशासन इस कार्य में लगा है कि अगर किसी भी स्थिति में जलभराव की स्थिति होती है, तो बच्चों को कैसे सही सलामत बाहर निकाला जाए. देश के अन्य राज्यों जैसे, मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़ में सुरक्षा के इंतजाम नहीं दिख रहे हैं.



जिंदगी और सपनों के साथ खेला
मध्यप्रदेश का भोपाल शहर पढ़ाई का हब माना जाता है. यहां दूर-दूर से बच्चे पढ़ाई करने के लिए आते है और उनके आखों में कई सारे सपने भी रहते हैं, लेकिन कोचिंग परिसर के हालात साफ-साफ ये दर्सा रहे हैं कि कैसे उनकी जिंदगी और सपनों के साथ खेला जा रहा है.


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