दुनिया की सबसे ऊंची चंबल माता मूर्ति कोटा में हुई तैयार, हर रोज होगी संध्याकालीन आरती, जल्द उद्घाटन
Chambal Mata Kota River Front : रिवर फ्रंट का आकर्षण 242 फीट की चंबल माता मूर्ति हुई तैयार, हर रोज शाम को होगी चंबल माता की आरती, 7 लाख 60 हज़ार लीटर प्रत्येक घंटे में कलश से होगा जल प्रवाह
Chambal Mata Kota River Front : यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के निर्देशन में कोटा में विकसित किए गए विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल चंबल रिवर फ्रंट का मुख्य आकर्षण चंबल माता की विशाल प्रतिमा तैयार हो गई है. भव्य उद्घाटन से पूर्व चल रही अंतिम चरण की तैयारी का हर रोज यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल अधिकारियों से फीडबैक लेकर विशेष निर्देश दे रहे हैं उद्घाटन से पर्यटन के दोनों महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के सभी कार्यों को सुनिश्चित करने के निर्देश मंत्री धारीवाल की ओर से दिए जा रहे हैं और हर रोज सुबह शाम अंतिम चरण के कार्यों एवं प्रस्तावित भव्य उद्घाटन समारोह के आयोजन को लेकर लगातार चर्चा कर तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. नगर विकास न्यास ओएसडी आरडी मीना, सचिव राजेश जोशी अंतिम चरण के चल रहे कार्यों की लगातार समीक्षा कर मौके पर विशेष निर्देश दे रहे हैं.
हर रोज होगी संध्याकालीन चंबल माता की आरती
चंबल रिवर फ्रंट पर सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र बनने वाली 242 फीट की दुनिया की सबसे ऊंची चंबल माता की प्रतिमा तैयार हो गई हैं. सचिव राजेश जोशी ने बताया कि प्रतिमा में वियतनाम मार्बल का उपयोग किया गया हैं. करीब 1500 पीस में प्रतिमा का निर्माण कर स्थापित कर दिया गया है प्रतिमा के आसपास लगी स्ट्रक्चर को एक-दो दिन में हटा दिया जाएगा इसके बाद प्रतिमा के पास इंस्टॉल किए गए भारी क्षमता के पंप का टेस्टिंग की जॉयगी. भव्य उद्घाटन के साथ ही चंबल माता की संध्याकालीन आरती हर रोज की जायेगी.
7 लाख 60 हज़ार लीटर प्रत्येक घंटे में कलश से गिरेगा पानी
चंबल माता की प्रतिमा से जल का प्रवाह भी आकर्षण का केंद्र बनेगा. प्रतिमा के ठीक नीचे 5 हाथियों की प्रतिमायें स्वागत करते नजर आयेगी. नगर विकास न्यास इंजीनियर ललित मीणा ने बताया कि प्रतिमा के कलश से होने वाला जल प्रवाह पर्यटकों को आकर्षित करेगा इसके लिए हाई, हेड 75 एचपी के चार समरसेबल पंप इंस्टॉल किए गए हैं 450 एमएम करीब डेढ़ फीट चौड़े 2 पाइपों के जरिए आधुनिक पावरफूल पम्प की सहायता से प्रतिमा के शीर्ष तक पानी को पहुंचाया जाएगा. प्रतिमा के कलश से प्रत्येक घंटे में 7 लाख 60 हजार लीटर पानी प्रवाहित होगा जो रीसायकल होकर वापस पंपों के जरिए कलश से गिरेगा. उन्होंने बताया कि जैसे ही प्रतिमा के आसपास लगे स्ट्रक्चर को हटाया जाएगा उसके बाद पंपों की टेस्टिंग की जाएगी. चंबल माता की प्रतिमा पर आकर्षक लाइटिंग भी की जॉयगी.
Report- KK Sharma
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