Lok Sabha Chunav 2024:राजस्थान में पहले चरण में 12 संसदीय सीटों पर होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अभ्यर्थियों या उनके प्रतिनिधियों की मौजूदगी में ईवीएम और वीवीपैट की कमिश्निंग का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है.


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इस दौरान टीवी मॉनिटर के माध्यम से अभ्यर्थी या उनके प्रतिनिधि सिंबल लोडिंग की प्रकिया को दिखाया जा रहा है.मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया की एम-थ्री ईवीएम बैलेट यूनिट (बीयू), कंट्रोल यूनिट (सीयू) और वीवीपैट की कमिश्निंग काम किया जा रहा है.गुप्ता ने बताया की प्रदेश मे दो चरण के मतदान के लिए लगभग 2 लाख ईवीएम और वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल होगा.


चित्तौड़गढ़ लोकसभा क्षेत्र में 15 से अधिक प्रत्याशी होने की वजह से प्रत्येक मतदान केन्द्र पर 2 बैलट यूनिट द्वारा मतदान होगा.शेष 24 लोकसभा क्षेत्र में 15 से कम प्रत्याशी होने से प्रत्येक मतदान केन्द्र पर एक बैलट यूनिट द्वारा मतदान होगा.



जयपुर जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने बताया की जयपुर में जामियातुल हियादा मुस्लमि यूनिवर्सिटी, भवानी निकेतन और राजस्थान कॉलेज तीन जगहों पर ईवीएम और वीवीपैट की कमिश्निंग का काम चल रहा है.ईवीएम और वीवीपैट की कमिश्निंग के बाद इन्हे स्ट्रॉंग रूम में रखा जा रहा है.


18 अप्रैल को जामियातुल हियादा मुस्लिम यूनिवर्सिटी, भवानी निकेतन और राजस्थान कॉलेज इन्ही तीन जगहों से दो पारियों में मतदान दलों को ईवीएम-वीवीपैट और मतदान सामग्री देकर मतदान केंद्रों के लिए रवाना किया जाएगा.


राजपुरोहित ने बताया की चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची को अंतिम रूप देने के बाद ईवीएम और वीवीपीएटी की कमिश्निंग की जाती है.कमीशनिंग के दौरान ईवीएम में बैलेट पेपर लगाने की प्रक्रिया होती हैं.



कमीशनिंग के दौरान कंट्रोल यूनिट (सीयू) में पिंक पेपर सील लगाई जाती हैं.कैंडिडेट सेट करते समय सीयू, बीयू और वीवीपेट को साथ जोड़ा जाता हैं.इसके बाद मॉकपोल कर सत्यता की जांच होती हैं.जिसमें प्रत्येक ईवीएम और वीवीपीएटी में नोटा सहित प्रत्येक उम्मीदवार के लिए एक वोट देकर मॉक पोल किया जाता है.इसके अतिरिक्त रेंडमली चुने गए पांच प्रतिशत ईवीएम और वीवीपीएटी पर 1 हजार वोट डालकर मॉक पोल किया जाता है.


इनके इलेक्ट्रॉनिक परिणाम का मिलान भी वीवीपैट के पेपर स्लिप से किया जाता है.सीलिंग प्रक्रिया के दौरान कंट्रोल यूनिट (सीयू) के स्विच को ऑफ रखा जाता हैं.वीवीपैट में थर्मल पेपर रोल लगाया जाता हैं.बैटरी इंस्टॉल करके वीवीपैट में सिंबल लोडिंग जिग मशीन की सहायता से इंजीनियर द्वारा की जाती हैं.



इसके साथ ही ईवीएम नंबर, बीयू, सीयू नंबर, उनके बैटरी नंबर, वीवीपैट नंबर, रजिस्टर में दर्ज होते हैं.उन्होने बताया की मतदान दिवस पर वास्तविक मतदान शुरू होने के 90 मिनट पहले मतदान अभिकर्ताओं की उपस्थिति में मॉक पोल किया जाता है.इस दौरान नोटा सहित प्रत्येक अभ्यर्थी के लिए एक वोट डालकर कम से कम 50 वोट के साथ मॉक पोल किया जाता है.


कंट्रोल यूनिट पर प्राप्त मॉक पोल के परिणाम का मिलान वीवीपीएटी से प्रिंट की गई पर्ची के साथ कर एक प्रमाण पत्र पीठासीन अधिकारी द्वारा तैयार किया जाता है.मॉक पोल के तुरंत बाद कंट्रोल यूनिट का क्लियर बटन दबाकर मॉक पोल का डॉटा डिलीट किया जाता है.साथ ही मॉक पोल की वीवीपैट पेपर स्लिप को कंपार्टमेंट से निकाल कर काले रंग के लिफाफे में भरकर सील किया जाता है.


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