Rajasthan Politics : लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) से पहले कई नेता अपनी पार्टी को छोड़ कर दूसरी पार्टियों का दामन थाम रहे हैं. इस बीच खबर आ रही है, कि आम चुनाव से पहले BJP का कुनबा बढ़ सकता है. जानकारों का कहना है, कि भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) के भारतीय जनता पार्टी से विलय के संकेत मिल रहे हैं. बता दें, कि BTP राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात में तीसरी शक्ति के रूप सामन आई है, और इसका जल्द बीजेपी में विलय हो सकता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


भाजपा का दामन थामने का दावा


बताया जा रहा है, कि भारतीय ट्राइबल पार्टी (Bharatiya Tribal Party) के फाउंडर रहे छोटू भाई वसावा और उनके बेटे राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश भाई वसावा ने भारतीय जनता पार्टी के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष CR पाटिल (CR Patil) से मीटिंग की और BJP ज्वाइन करने को लेकर चर्चा की है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी महेंद्रजीत  सिंह मालवीया (Mahendrajit Singh Malviya) का दावा है, कि बीटीपी के संस्थापक छोटू भाई वसावा और उनके बेटे महेश भाई वसावा ने दो दिन पहले BJP का दामन थाम लिया है.



कब गठित हुई भारतीय ट्राइबल पार्टी


दरअसल, छोटू भाई वसावा ने 2017 में गुजरात में भारतीय ट्राइबल पार्टी (Bharatiya Tribal Party) की नींव रखी. इस दौरान उन्होंने अपने बेटे महेश भाई वसावा को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया. विधानसभा चुनाव में BTP ने गुजरात के भरूच जिले की झागड़िया और नर्बदा जिले की डेडीयापड़ेन सीट पर जीत दर्ज की.



जनता दल यूनाइटेड से था पुराना नाता


बताया जा रहा है, कि इससे पहले छोटू भाई वसावा  1990 से 2017 तक जदयू (JDU) के प्रदेश अध्यक्ष थे. उसके बाद जनता दल यूनाइटेड ने BJP के साथ गठबंधन किया, तो उन्होंने जेडीयू से स्तीफा देकर भारतीय ट्राइबल पार्टी की नींव रखी. जानकारों का मानना है, कि भारतीय ट्राइबल पार्टी का प्रभाव राजस्थान के बांसवाड़ा और डूंगरपुर में देखा गया है. साल 2019 के विधानसभा चुनाव में डूंगरपुर डिस्ट्रिक्ट की चौरासी विधानसभा क्षेत्र और सागवाड़ा सीट से इसके प्रत्याशी जीतकर विधानसभा पहुंचे थे.