Rajasthan Lok Sabha Election 2024:  प्रथम चरण के 12 लोकसभा क्षेत्रों के लिए ईवीएम मशीनों की कमिशनिंग और मॉक पोल की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि अभ्यर्थियों या उनके प्रतिनिधियों की मौजूदगी में प्रदेशभर में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपैट की कमिशनिंग का कार्य किया गया है.


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इस दौरान टीवी मॉनिटर के माध्यम से अभ्यर्थी या उनके प्रतिनिधि सिंबल लोडिंग की प्रक्रिया को भी देखा. लोकसभा आम चुनाव-2024 में पहली बार अभ्यर्थी या उनके प्रतिनिधि को यह सुविधा मिल रही है. गुप्ता ने बताया कि प्रथम चरण के निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध हैं.


जिनमें बैलट यूनिट (बीयू), कण्ट्रोल यूनिट (सीयू) एवं प्रिंटेड पर्ची (वीवीपीएटी) शामिल हैं. पहले चरण के मतदान के लिए 24,370 मतदान केंद्रों के लिए 29,389 बीयू, 29,256 सीयू और 31,519 वीवीपैट मशीनें तैयार की गई हैं. चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची को अंतिम रूप देने के बाद ईवीएम और वीवीपीएटी की कमिशनिंग की गई है.


कमिशनिंग के बाद प्रत्येक ईवीएम और वीवीपैट में नोटा सहित प्रत्येक उम्मीदवार के लिए एक वोट देकर मॉक पोल किया गया. इसके अतिरिक्त रेंडमली चुने गए 5 प्रतिशत ईवीएम और वीवीपैट पर 1 हजार वोट डालकर मॉक पोल किया गया और इनके इलेक्ट्रॉनिक परिणाम का मिलान वीवीपैट के पेपर स्लिप से किया गया.


दूसरे चरण के 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए ईवीएम वीवीपैट मशीनों की कमिश्निंग का कार्य कल से शुरू होगा. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान दिवस पर वास्तविक मतदान शुरू होने के 90 मिनट पहले मतदान अभिकर्ताओं की उपस्थिति में मॉक पोल किया जाता है.


इस दौरान नोटा सहित प्रत्येक अभ्यर्थी के लिए एक वोट डालकर कम से कम 50 वोट के साथ मॉक पोल किया जाता है. कंट्रोल यूनिट पर प्राप्त मॉक पोल के परिणाम का मिलान वीवीपैट से प्रिंट की गई पर्ची के साथ कर एक प्रमाण पत्र पीठासीन अधिकारी द्वारा तैयार किया जाता है. मॉक पोल के तुरंत बाद कंट्रोल यूनिट का क्लियर बटन दबाकर मॉक पोल का डाटा डिलीट किया जाता है. साथ ही मॉक पोल की वीवीपीएटी पेपर स्लिप को कंपार्टमेंट से निकाल कर काले रंग के लिफाफे में भरकर सील किया जाता है.