Rajasthan Politics: लोकसभा चुनाव के नतीजों (Lok Sabha Election Result 2024) में अब कुछ ही दिनों का समय रह गया है. 4 जून को नतीजे सभी के सामने होंगे. इस बीच सवाल ये है कि क्या चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस में फिर फूट पड़ेगी? सावल ये भी है कि चुनाव परिणाम के बाद सचिन पायलट (Sachin Pilot) और अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पार्टी को एक साथ आगे बढ़ाएंगे? ये सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि अमेठी संसदीय क्षेत्र में एक इंटरव्यू के दौरान राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के एक बयान को बेवकूफी वाला बयान बताया.


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अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के बयान को बेवकूफी वाला बयान बताया


राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि उन्हें जालोर में वैभव गहलोत के चुनाव प्रचार के लिए आमंत्रित नहीं किया गया.उनके इस बयान के बाद अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को ऐसे बयान देने से बचने की सलाह दी थी.


राजस्थान लोकसभा चुनाव परिणाम 2024


सियासी गलियारों में चर्चा है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम राजस्थान की सियासत में उथल-पुथल कर सकते हैं. हाल ही में ये भी खबर सामने आई थी अगर राजस्थान में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी तो पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ( Govind Singh Dotasra) को उनके पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है. अगर अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot ) जालोर से चुनाव हारते हैं तो इसका असर अशोक गहलोत पर भी पड़ सकता है. पार्टी उन्हें साइड लाइन करते हुए सचिन पायलट को पीसीसी चीफ बना सकती है. ऐसे में एक बार फिर गहलोत और पायलट आमने-सामने हो सकते हैं.


गौरतलब है कि राजस्थान के बाद लोकसभा चुनाव में 14 राज्यों में 100 से अधिक सभाएं सचिन पायलट ने की हैं. चर्चा इस बात की भी है कि कांग्रेस पार्टी में  सबसे अधिक डिमांड सचिन पायलट की मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के बाद है. आने वाले दिनों में पायलट के पंजाब, हिमाचल और सातवें चरण के बाकी राज्यों में प्रचार के दौरे प्रस्तावित हैं. 



गोविंद सिंह डोटासरा ने जीत को लेकर किया था दावा


बता दें कि पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने हाल ही में एक बयान देते हुए कहा,'' राजस्थान में 13 से 18 कांग्रेस इंडिया गठबंधन की सीटें आएंगी और बची 7 सीटें बीजेपी लेकर जाएगी.''