Bhajanlal Jatav: कौन हैं करौली धौलपुर से उम्मीदवार भजनलाल जाटव, जानिए उनका सोशल स्कोर और एजुकेशन
karauli dholpur Lok Sabha Seat: भजनलाल जाटव गहलोत सरकार में सार्वजनिक निर्माण विभाग के मंत्री रह चुके हैं. इसके अलावा भजनलाल जाटव राजस्थान सरकार में गृह रक्षा और नागरिक सुरक्षा विभाग (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं.
Bhajanlal Jatav: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे 4 जून को आ जाएंगे. करौली-धौलपुर (एससी) सीट की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस ने पर भजनलाल जाटव (Bhajanlal Jatav) को प्रत्याशी बनाया. वहीं बीजेपी ने इस सीट पर इंदु जाटव (Indu Jatav) को प्रत्याशी बनाया.
करौली धौलपुर सीट पर वर्तमान में बीजेपी के मनोज राजोरिया सांसद हैं. इस बार पार्टी ने उनका टिकट रिपीट नहीं किया.उनके खिलाफ इलाके में एंटी इनकंबेंसी की स्थिति थी. इसे देखते हुए बीजेपी ने उनका टिकट काटकर इस बार इंदु जाटव को अपना उम्मीदवार बनाया.
कौन हैं भजनलाल जाटव
भजनलाल जाटव गहलोत सरकार में सार्वजनिक निर्माण विभाग के मंत्री रह चुके हैं. इसके अलावा भजनलाल जाटव राजस्थान सरकार में गृह रक्षा और नागरिक सुरक्षा विभाग (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. हालांकि इस बार 2023 के विधानसभा चुनाव में भजनलाल जाटव को हार का मुंह देखना पड़ा. जाटव दलित चेहरा हैं जिनकी करौली-धौलपुर लोकसभा सीट पर मजबूत पकड़ मानी जाती है. भजनलाल जाटव दो बार विधायक रह चुके हैं.पहली बार 2014 के उपचुनाव में भजनलाल जाटव वैर से जीते थे.इसके बाद 2018 में भजनलाल जाटव की जीत हुई थी.
करौली धौलपुर सीट की बात करें तो कांग्रेस ने 2009 में इस सीट पर जीत हासिल की थी. उस समय इस सीट से खिलाड़ी लाल बैरवा सांसद बने थे. करौली धौलपुर लोकसभा सीट में 8 विधानसभा सीटें शामिल हैं. जिसमें करौली जिले की 4 विधानसभा सीट-टोडाभीम, हिंडौन, करौली, सपोतरा विधानसभा और धौलपुर जिले की 4 विधानसभा-बसेड़ी, बारी, धौलपुर और राजाखेड़ा विधानसभा सीटें सम्मिलित हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने 2, कांग्रेस ने 5 और बीएसपी ने 1 सीट यहां से जीती थी. 8 विधानसभा सीट पर इस लोकसभा सीट पर लगभग 3 लाख जाटव वोटर्स हैं.भजनलाल जाटव 10वीं तक पढ़े हैं. उन्होंने अजमेर से 10वीं की परीक्षा पास की है.
राजस्थान में कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा भजनलाल जाटव माने जाते हैं. पिछले साल हुए असेंबली चुनाव में उन्हें हार झेलनी पड़ी. इसके बावजूद करौली-धौलपुर लोकसभा सीट पर उनकी पकड़ मजबूत मानी जाती है.
Disclaimer : लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.