Jayal: नागौर जिले की जायल पंचायत समिति की बड़ी खाटू ग्राम पंचायत के बाशिन्दों को सरकार के चलाये गये प्रशासन गांवो के संग अभियान के बावजूद आबादी क्षेत्र में पट्टा नहीं बनने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा.  ग्रामीणों ने बताया कि आबादी क्षेत्र बनवाने के लिये काफी मशक्कत के बाद भी ग्राम पंचायत लम्बे समय से आबादी में पट्टे जारी नहीं किये जा रहे है.


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राज्य सरकार ने आबादी क्षेत्र में पट्टा जारी करने के लिये प्रशासन गांव के संघ अभियान चलाया लेकिन यह अभियान भी कागजों तक सीमित रहे गया. राज्य सरकार के जन सूचना पोर्टल के अनुसार पिछले कई सालों से अब तक केवल 200 पट्टे जारी करना बताया गया है. आबादी के हिसाब से बड़ी खाटू ग्राम पंचायत के लिये बहुत ही कम है. ग्राम पंचायत बड़ी खाटू जायल पंचायत समिति की सबसे अधिक मतदाता वाली ग्राम पंचायत है. जिसमें धीजपुरा, मोतीनगर ,हीरासनी, कचरास ,रूपनगर समेत कई बड़े गांव शामिल है. इन बड़े गांव में भी ग्रामीणों को अपने घरों का आवासीय पट्टे नहीं मिले रहे हैं. जिसके कारण ग्रामीणों को आवासीय पट्टे से होने वाली सुविधाएं नहीं मिल पा रही है और अधिकांश सुविधाओं से ग्रामीण वंचित रहे जाते हैं.


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ग्राम पंचायत बड़ी खाटू में अपनी कब्जाशुदा जमीन पर सालों से रह रहे है.  ग्रामीणों को आबादी में पट्टा नहीं बनने से बिजली कनेक्शन ,गृह लोन ,पानी कनेक्शन समेत कई सुविधाएं नहीं मिल रही है. ग्राम पंचायत के आला अधिकारियों की उदासीनता के चलते ग्रामीणों को पट्टे भी वक्त नहीं मिल पा रहे हैं.जिसको लेकर लोगों में गुस्सा है और इसकी शिकायत भी कई बार उच्च अधिकारियों से की जा चुकी है लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है.


रिपोर्टर- दामोदर ईनाणियां