नागौर: जिले के श्रीबालाजी थाना क्षेत्र में हत्याकांड मामला लगातार उलझता ही जा रहा है.आरोपी लगातार अपने बयान बदल रहा है पहले आरोपी ने गुड्डी की हत्या कर उसके टूकडे कर कुएं में फैंकने की बात कही गई, लेकिन कुएं में चले तीन दिनों तक सर्च आपरेशन में कुएं में पुलिस को कुछ नहीं मिला.इसके बाद आरोपी से पूछताछ की गई तो आरोपी अनोपाराम ने शव को कहीं दफनाने की बात कही जा रही है.


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इसी को लेकर अब सात दिन बितने के बाद भी गुड्डी के शव को पुलिस ढूंढने में नाकाम साबित हो रही है.और अब पुलिस के लिए ये गुड्डी हत्याकांड एक पहली बन गया है कि आखिर आरोपी ने गुड्डी की हत्या कर शव को कहा ठिकाने लगाया है.पुलिस का कहना है कि आरोपी अनोपाराम ने गुड्डी की 22 जनवरी को ही हत्या कर दी थी और 29 जनवरी को हत्या करने वाली जगह फिर से गया और शव के कटार से टुकड कर दिए.


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इस दौरान मृतका गुड्डी के बाद , कपड़े , गहने और जबड़े की और शरीर की कुछ हड्डियां बरामद हुई है.वहीं आज आरोपी अनोपाराम को नागौर कोर्ट में पेश किया गया जहां पांच दिन के लिए रिमांड पर लिया गया.साथ ही पुलिस ने नार्को टेस्ट के लिए भी कोर्ट में एप्लिकेशन लगाई है.और अब आरोपी अनोपाराम से फिर से पूछताछ की जायेगी.


श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के बालासर से 15 दिन पहले गायब हुई विवाहिता गुड्डी की हत्या के बाद शव के टुकड़े करके आरोपी की ओर से अलग-अलग जगह डालने की बात सामने आई है. दो दिन तक शहर के बालवा रोड के पास सुनसान जगह पर विवाहिता के कपड़े, बाल व शव के कुछ अवशेष ढूंढ़ने के बाद पुलिस ने जब आरोपी अनोपाराम से सख्ती पूछताछ की तो उसने शव का शेष भाग डेरवा गांव के पास सूने कुएं में डालने की बात बताई. इस पर शुक्रवार सुबह पुलिस अ​धिकारियों ने ने अजमेर से एसडीआरएफ की टीम बुलाई तथा आरोपी की निशानदेही पर मौके पर पहुंची.


कुआं बंद होने के कारण उसमें काफी पानी भरा हुआ था, इसलिए पुलिस ने पहले मशीन मंगवाकर पानी निकालना शुरू किया, लेकिन देर रात तक पानी नहीं टूटा, इसलिए शव नहीं निकाला जा सका. इसके बाद शुक्रवार को देर रात तक अजमेर से पहुंची एसडीआरएफ की टीम कुएं में उतरी लेकिन कुआं व पानी गहरा होने के कारण सफलता हाथ नहीं लगी.पुलिस ने कार्रवाई रोककर शनिवार सुबह शुरू करने का निर्णय लिया.


इस दौरान शनिवार को एनडीआरएफ की भी टीम बुलाई गई.और फिर से कुएं से पहले पानी निकालने के प्रयास किए गए करीब 50 फीट तक पानी होने के कारण कई घंटों तक पहले एनडीआरएफ की टीम को इंतजार करना पड़ा.इस दौरान कुएं के अंदर पानी निकालने के लिए लगाई गई तीन बार मोटर खराब हो गई और एस बार पंप खराब हो गया.इस दौरान कुएं के अंदर धुंआ हो गया.पानी कम होने के बाद करीब शाम 4 बजे एनडीआरएफ के जवान संतोष कुमार कुएं के अंदर उतरे लेकिन कुएं में धुंआ होने के कारण दो सो फीट तक ही जा सके इसके बाद ऑक्सीजन की कमी और घूटन होने लेकिन तो वापस बाहर आना पड़ा .


24 दिन पहले गुमशुदगी का मामला हुआ था दर्ज
बता दें कि मामला श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के बालासर का है जहा 24 दिन पहले युवती के गुमशुदगी का श्रीबालाजी थाने में मामला दर्ज हुआ.पुलिस ने जांच शुरू की लेकिन युवती का पता नहीं चला.इसी दौरान 22 जनवरी को डेरवा निवासी अनोपाराम के साथ युवती को देखें जाने की सूचना मिली.तो पुलिस ने अनोपाराम को हिरासत में लिया और पूछताछ की लेकिन उसने किसी प्रकार की पहले जानकारी नहीं दी.बाद में पुलिस ने मनोविज्ञान तरीके से अनोपाराम से पूछताछ की तो उसने युवती की हत्या करने की बात कबूली.और शव को नागौर के बालवा रोड सूनसान जगह पर फैंकने की बात कही.जिस पर पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की तो वहां से युवती के कपड़े, सिर के बाल और शरीर के अंगों के अवशेष मिले.


शव को कुत्तों ने नोच डाला था


इस दौरान पहले पुलिस का मानना था कि शव को कुत्तों द्वारा नोच लिया गया और खा गए.लेकिन जब आरोपी अनोपाराम से गहनता से पूछताछ की तो मामला कुछ और ही निकला.आरोपी ने बताया कि युवती की हत्या उसने 22 जनवरी को ही कर दी थी और सूनसान जगह फैंक दिया ताकि कुत्ते शव को खा जाये.लेकिन तीन चार दिन बाद फिर से आरोपी उसी जगह जाता है जहां शव फेंका गया लेकिन वहां शव पड़ा मिलता है तो शव के किसी धारदार हथियार से टूकडे कर और प्लास्टिक कटे में डाल कर.बाइक पर डेरवा के निकट सूनसान इलाके में बने पुराने कुएं के अंदर फेंक देता है .



एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमों का 48 घंटे चला सर्च आपरेशन
युवती के शव के अवशेष कुएं में फेंक होने पर नागौर पुलिस ने पहले तो एसडीआरएफ की मदद ली.जिस पर अजमेर से एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और शव के अवशेष ढूंढने के लिए विशेष सर्च आपरेशन शुरू किया.लेकिन बाद भी सफलता हाथ नहीं लगी.इस दौरान कुएं के पानी के अंदर कैमरा भेजा गया तो शव के अवशेष जैसे कुछ वस्तुएं दिखाई दी जिसके बाद एसडीआरएफ की टीम कुएं के जवान अंदर गए लेकिन पानी अधिक होने के कारण उन अवशेषो तक नहीं पहुंच पाए.और फिर शनिवार को एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया .


इस दौरान पहले कुएं के अंदर से पानी को मोटरों की सहायता से बाहर निकाला गया और बाद में एनडीआरएफ के जवान संतोष कुमार कुए के अंदर उतरे लेकिन दो सौ फीट तक ही जा पाए.ऑक्सीजन नहीं होने व कुएं के अंदर मोटर जलने से हुए धुंए के कारण घुटने होने लगी तो वापस बाहर आना पड़ा.एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के जवानों का कहना कि ऐसा गहरा कुआ पहली बार देखा है.कुआं गहरा होने के साथ साथ कुएं की चोड़ाई कम है जिसके कारण कुएं के अंदर जाने में काफी परेशानी आ रही है.वहीं एसडीआरएफ के जवान रवि ने आखिरकार कुएं के अंदर पहुंचा तो वहां केवल एक पाई , लकड़ी और कुछ माला ही मिली लेकिन मृतका के शव के अवशेष नहीं मिले.अब पुलिस दूसरे एंगल से आरोपी अनोपाराम से पूछताछ करेगी .