जायल को नगर पालिका बने 5 माह बीतने के बाद भी नहीं मिला बजट, बढ़ रही परेशानी
बजट में ग्राम पंचायत को चतुर्थ श्रेणी नगरपालिका का दर्जा देने के 5 माह बीतने के बाद भी बजट नहीं मिलने से परेशानी वाली नगरपालिका बनकर रह गई है. स्वायत विभाग द्वारा बजट जारी नही करने से नगरपालिका क्षेत्र में अभी तक नये काम का श्रीगणेश भी नहीं हुआ.
Jayal: राज्य सरकार की ओर से राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए नई नगर पालिका को लेकर अधिसूचना जारी कर नागौर जिले की संपूर्ण ग्राम पंचायत जायल को चतुर्थ श्रेणी की नगरपालिका घोषित किया गया है.
बजट में ग्राम पंचायत को चतुर्थ श्रेणी नगरपालिका का दर्जा देने के 5 माह बीतने के बाद भी बजट नहीं मिलने से परेशानी वाली नगरपालिका बनकर रह गई है. स्वायत विभाग द्वारा बजट जारी नही करने से नगरपालिका क्षेत्र में अभी तक नये काम का श्रीगणेश भी नहीं हुआ. विधायक डॉ. मंजू देवी मेघवाल द्वारा नगरपालिका का फीता काटकर शुभारंभ किया गया, जो केवल शिलालेख तक सीमित रह गया.
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बजट में ग्राम पंचायत को चतुर्थ श्रेणी नगरपालिका का दर्जा देने के 5 माह बीतने के बाद भी बजट नहीं मिलने से परेशानी वाली नगरपालिका बनकर रह गई है. बजट के अभाव में नगरपालिका के वार्डों में कई नालियां, गलियां व पुलिया आदि टूटी हैं, जिसके लिए बजट पास नहीं हो पा रहा है. नगर पालिका परिषद की वित्तीय वर्ष 2022-23 की बोर्ड बैठक अभी तक नहीं हुई है. करीब पांच माह बीत गए हैं और बैठक न होने की वजह से शहर में कोई विकास कार्य नहीं कराया जा रहा है.
5 माह बाद भी सुधार नहीं होने से टूटी नालियों की सफाई नहीं होने से कीचड़ सड़कों पर फैल रहा है. नगर पालिका में बजट तथा कर्मचारियों के अभाव में नालियों की सफाई, रोड़ लाइट की मरम्मत नहीं होने के साथ कोई नया काम शुरू नहीं हो रहा है. बस स्टैंड स्तिथ हाईस्मार्ट लाइट रखरखाव के अभाव में पिछले 3 महीनों से बन्द होने से रात्रि में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं पंचायत राज से बाहर होने पर मनरेगा के तहत मिलने वाला रोजगार भी बन्द हो गया, शहरी रोजगार गारंटी योजना अभी लागू नहीं हो पाई है. आमजन को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. इससे लोगों को समस्या हो रही है.
पांच माह बीतने के बाद भी नहीं हुई पालिका बोर्ड बैठक
नगर पालिका परिषद की वित्तीय वर्ष 2022-23 की बोर्ड बैठक अभी तक नहीं हुई है. करीब पांच माह बीत गए हैं और बैठक न होने की वजह से शहर में कोई विकास कार्य नही हो पा रहे हैं. नगरपालिका ईओ शिवराज कृष्णा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा नवगठित नगरपालिका के लिये जल्द बजट जारी होगा, जिसके बाद विकास कार्यों को गति मिलेगी.