खींवसर सीट पर हनुमान बेनीवाल की पत्नी साबित होंगी गेम चेंजर? तीनों ही प्रत्याशियों की संपत्ति जान कर `आंखें फटी` रह जाएंगी!
Rajasthan By election 2024: राजस्थान की खींवसर विधानसभा सीट पर इस बार बीजेपी, कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) तीनों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. जानिए इस सीट का इतिसाहस, प्रत्याशियों की संपत्ति का ब्यौरा और उनके बारे में.
Khinvsar Assembly By election 2024: राजस्थान में 7 विधानसभा उपचुनाव को लेकर बिगुल पूरी तरह से बज चुका है. सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा के साथ ही नामांकन भी दाखिल करवा दिया है. अब 13 नवंबर का इंतजार हो रहा है जिस दिन इन प्रत्याशियों का भाग्य जनता द्वारा EVM मशीनों में कैद किया जायेगा.
राजस्थान की सातों विधानसभा सीटों में से सबसे हॉट सीट नागौर जिले की खींवसर विधानसभा की सीट है. जहां पर 13 नवंबर को उपचुनाव होने हैं. यहां से विधायक रहे राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस गठबंधन के साथ नागौर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा और भाजपा प्रत्याशी डॉ ज्योति मिर्धा को हराकर सांसद बने गये. हनुमान बेनीवाल के सांसद बनने के बाद खींवसर विधानसभा सीट खाली हो गई थी. इसी वजह से एक बार फिर इस सीट पर घमासान मच चुका है.
इस बार पार्टियों के वर्चस्व की लड़ाई
राजस्थान के नागौर जिले के खींवसर विधानसभा सीट पर अब तीनों पार्टियों भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और कांग्रेस के लिए वर्चस्व की लड़ाई है. क्योंकि 2008 से जब से खींवसर विधानसभा बनी है तब से यहां हनुमान बेनीवाल ने कब्जा जमाया हुआ है.
मुख्य दल | प्रत्याशी का नाम |
BJP | रेवंतराम डांगा |
कांग्रेस | डॉ रतन चौधरी |
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) | कनिका बेनीवाल |
2023 विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से हनुमान बेनीवाल, भारतीय जनता पार्टी से रेवंतराम डांगा और कांग्रेस से तेजपाल मिर्धा चुनाव मैदान में थे .उस चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रेवंतराम डांगा को 2 हजार 59 मतों से हराकर जीत हासिल की थी.
वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी तेजपाल मिर्धा ने करीब 27 हजार मत प्राप्त किए थे . इस बार और भी ज्यादा दिलचस्प मुकाबला हो गया है. क्योंकि इस बार उपचुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से हनुमान बेनीवाल की जगह हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल चुनाव मैदान में हैं.
तो वहीं दूसरी और भारतीय जनता पार्टी से लगातार दूसरी बार रेवंतराम डांगा चुनाव मैदान में हैं. रेवंतराम डांगा 2023 विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. उन्हें भाजपा ने 2023 विधानसभा चुनाव में खींवसर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया .हालांकि वह हनुमान बेनीवाल से 2 हजार 59 मतों से चुनाव हार गये थे.
इस बार उपचुनाव में भी भाजपा ने फिर एक बार फिर रेवंतराम डांगा पर दांव लगाया है. हार जीत का फैसला तो खींवसर के 2 लाख 86 हजार से ज्यादा वोटर्स तय करेंगे.
कुल मतदाता | 286,041 (2 लाख 86 हजार 41) |
पुरुष मतदाता | 1,49, 254 ( 1 लाख 49 हजार 254 ) |
महिला मतदाता | 1,36,787 ( 1 लाख 36 हजार 787) |
मतदान केंद्र संख्या (खींवसर) | 268 (चार सहायक मतदान केंद्र) |
खींवसर विधानसभा सीट पर जातीय आंकड़ों की बात करें तो यहां सबसे ज्यादा जाट वोटर मिलेंगे.
जाति | वोटर्स की संख्या (लगभग) |
जाट वोटर्स | 78,601 |
राजपूत वोटर्स | 35,749 |
मेघवाल वोटर्स | 33,671 |
मुस्लिम वोटर्स | 11,210 |
कुम्हार वोटर्स | 10,970 |
ब्राह्मण वोटर्स | 11,823 |
नायक वोटर्स | 10,252 |
बावरी वोटर्स | 10,000 |
सुथार वोटर्स | 10,367 |
राव वोटर्स | 9,000 |
विश्नोई वोटर्स | 62,00 |
देवासी वोटर्स | 6,000 |
सहित अन्य समाजों को मिलाकर कुल खींवसर में 286,041 मतदाता अपना विधायक चुनेंगे.
खींवसर विधानसभा सीट का इतिहास
खींवसर विधानसभा सीट की बात करें तो यहां पिछले 2008 से हनुमान बेनीवाल जमे हुए हैं. यूं कह तो खींवसर विधानसभा सीट हनुमान बेनीवाल का गढ़ मानी जा रहा है. हनुमान बेनीवाल ने 2008 में भाजपा से चुनाव लड़ा और 24,443 मतों से जीत हासिल की थी. फिर 2013 में निर्दलीय चुनाव लड़ा जिसमें 23,020 मतों से जीत हासिल की थी. उसके बाद हनुमान बेनीवाल ने अपनी खुद की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से 2018 में खींवसर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा जिसमें 16,948 मतों से जीत हासिल की थी.
2023 में फिर हनुमान बेनीवाल खींवसर सीट से चुनाव लड़ें और यहां से भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा को 2,059 मतों से चुनाव हराया .
कांग्रेस प्रत्याशी डॉ रतन चौधरी की संपत्ति
खींवसर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ रतन चौधरी नागौर जिले के सिणोद गांव की है. पूर्व डीआईजी सवाई सिंह चौधरी की पत्नी हैं. रतन चौधरी के पास 8.7 करोड़ की संपत्ति है. कांग्रेस की रतन चौधरी के पति सवाई सिंह चौधरी भी कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं.
उनके ससुर महाराम चौधरी नागौर सीट से विधायक रहे. डॉ. रतन चौधरी (52) खुद एक डॉक्टर हैं. डॉ. रतन चौधरी कांग्रेस प्रत्याशी की शिक्षा बीएससी जोधपुर मेडिकल कॉलेज की है. जयपुर मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर ऑफ मेडिसिन की है. डॉ रतन चौधरी के पास 8.7 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है. पति सवाई सिंह चौधरी के पास 5.5 करोड़ की संपत्ति है. कुल मिलाकर दोनों की संपत्ति 13 करोड़ रुपए करीब आंकी गई है.
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी प्रत्याशी कनिका बेनीवाल की संपत्ति
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की प्रत्याशी कनिका बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल की पत्नी हैं . अगर कनिका बेनीवाल के संपत्ति की बात करें तो वह 33.95 लाख रुपए की संपत्ति की मालकिन हैं. वहीं, उनके पति हनुमान बेनीवाल के पास 48.90 लाख रुपए की संपत्ति है. बेटी के नाम 3.35 लाख सुकन्या खाते में जमा है.
चल संपत्ति की बात करें तो नकद 1,55,000 रुपये, बैंक में 40471 जमा हैं. इसके अलावा 32 लाख के गहने उनके पास हैं, जबकि उनके नाम कोई वाहन नहीं है. वहीं, कनिका के पति हनुमान बेनीवाल के पास 40,000 नकद, बैंक में 36,42,696, और 10 लाख के गहने हैं. पति के नाम दो गाड़ियां हैं. कुल संपत्ति 82,86,169 रुपए है. अचल संपत्ति पति-पत्नी की मिलकर गांव में 11 लाख रुपए की 11 बीघा जमीन है.
भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा की संपत्ति
भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा नागौर जिले के पालडी व्यासा गांव के किसान परिवार से है . भाजपा प्रत्याशी रेवंतराम डांगा की संपत्ति की बात करें तो खुद 23 लाख के मालिक हैं और पत्नी के पास 22.59 लाख की संपत्ति है. रेवंतराम डांगा के पास 2.46 करोड़ की जमीन भी है. चल संपत्ति कि बात करें तो तीन लाख रुपए नगद , 20987 रूपए बैंक खाते में जमा पूंजी है.
वहीं पत्नी के पास एक लाख नगद व बैंक खाते में 59225 रूपए है. रेवंतराम डांगा के पास एक 18 लाख की स्कॉर्पियो गाड़ी व दो लाख तथा पत्नी के पास 21 लाख रूपए के गहने है. अचल संपत्ति की बात करें तो रेवंतराम डांगा व उनकी पत्नी की मिलाकर 2 करोड़ 46 लाख की जमीन है तथा 25 लाख 65 हजार का लोन भी है.
सियासी गलियारों में चर्चा है कि हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस को कड़ी चुनौती दे सकती है. अगर ऐसा होता है तो आरएलपी के लिए ये बड़ी जीत होगी और हनुमान बेनीवाल की पत्नी गेम चेंजर साबित हो सकती हैं.