Merta: प्रशासन शहरों के संग शिविर के दूसरे दिन जहां एक और सभी विभागीय अधिकारी मौजूद दिखाई दिए तो वही कांग्रेस-भाजपा पार्षद एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए आमने-सामने हो गए. अधिशासी अधिकारी रामरतन चौधरी द्वारा समझाइश कर शिविर की कार्रवाई को सामान्य किया गया. 


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मेड़ता नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड संख्या 25-26 और 27 में आयोजित तीन दिवसीय प्रशासन शहरों के संग शिविर के पहले दिन प्रतिपक्ष पार्षदों के हंगामे के पश्चात दूसरे दिन नगर पालिका अध्यक्ष की उपस्थिति में शिविर आरंभ किया गया. 


इस दरमियान प्रतिपक्ष द्वारा पक्षपात के आरोप से नाराज कांग्रेस पार्षदों ने भाजपा पार्षदों पर कई आरोप लगाए, जिसके चलते माहौल गरमा गया. हालात यह हो गए की बीच- बचाव के लिए अधिशासी अधिकारी रामरतन चौधरी बीच में आकर समझाइश करनी पड़ी. ईओ रामरतन चौधरी की समझाइश के पश्चात शिविर सुचारू रूप से संचालित किया गया. 


उसके पश्चात पालिका अध्यक्ष गौतम टाक ने शिविर की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए जनता की सेवा करने की बात कही. उन्होंने कहा कि प्रतिपक्ष के मोहल्ले से पालिका बोर्ड की कार्रवाई पर कोई असर नहीं पड़ता. उन्होंने प्रतिपक्ष के रवैए को गलत बताते हुए कहा कि यह जनता के हित में नहीं है. प्रतिपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए पालिका अध्यक्ष टाक ने घटिया सामग्री का उपयोग कर नाला निर्माण करने वाले ठेकेदार की राशि के भुगतान पर रोक लगा दी गई है.


शिविर में भाजपा कांग्रेस के पार्षदों के बीच हुई तीखी नोकझोंक से एकबारगी तो माहौल गरमा गया था, लेकिन अधिशासी अधिकारी राम रतन चौधरी द्वारा की गई समझाइश और शिविर संचालन के चलते माहौल शांत हो गया. 


Reporter- Damodar Inaniya


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