Merta: पांचवें दिन अंतिम संस्कार, धरना समाप्त, पुलिस ने दो आरोपियों को लिया हिरासत में
नागौर जिले के मेड़ता में आत्महत्या प्रकरण में दर्ज रिपोर्ट के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर गत 4 दिनों से धरने पर बैठे ग्रामीणों ने वृताधिकारी राजवीर सिंह द्वारा दोनों आरोपियों को हिरासत में लेने की सूचना के बाद धरना समाप्त कर दिया गया.
Merta: नागौर जिले के मेड़ता में आत्महत्या प्रकरण में गिरफ्तारी की मांग को लेकर गत 4 दिनों से मोर्चरी के बाद धरना दे रहे परिजन और ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन द्वारा नामजद दोनों आरोपियों को हिरासत में लेने की सूचना देने पर मृतक के पिता देवकरण डूकिया की सहमति से मेड़ता विधायक इंदिरा बावरी की उपस्थिति में सरपंच संघ अध्यक्ष अशोक गोलिया द्वारा धरना समाप्त कर दिया. धरना समाप्त करने से पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस लेते हुए मतृक सुशील डूकिया का शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया.
आपको बता दें कि मेड़ता उपखंड के धनेरिया गांव निवासी देवकरण डूकिया अपनी पत्नी के साथ तीर्थ करने गए थे, पीछे से उनके 23 वर्षीय पुत्र सुशील को 5 दिन पूर्व कुछ युवकों द्वारा जयपुर ले जाया गया. जहां से उसके आत्महत्या करने की सूचना उसके रिश्तेदार भाई को दी गई. परिजनों के जयपुर पहुंचने पर जानकारी मिली कि पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है. जिसमें कुछ युवकों के नाम हैं.
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जयपुर के श्याम नगर थाने में दो नामजद आरोपियों के खिलाफ परिजनों द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवा कर नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर मेड़ता के लिए रवाना कर दिया था. इस दौरान शव के मेड़ता पहुंचते ही मृतक के पिता आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले शव लेने से इनकार करते हुए मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि सुशील के पास से मिला सुसाइड नोट उन्हें दिखाया तक नहीं गया .
उनके इकलौते पुत्र को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया होगा. पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाने के लिए मोर्चरी के बाहर और गांव धनेरिया में भारी तादाद में पुलिस बल तैनात कर दिया है. आत्महत्या का यह मामला जहां एक ओर रिश्तेदारी के भरोसे को तार-तार करता दिखाई दे रहा है, तो वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन का मृतक के परिजनों को सुसाइड नोट को लेकर संतुष्ट नहीं कर पाना उनकी कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रहा था. इसके बाद आज पुलिस द्वारा दो आरोपियों को हिरासत में लेने की बात कहने पर परिजनों द्वारा धरना समाप्त किया गया. आज शव का अंतिम संस्कार किया जायेगा.
धरना स्थल पर बैठे लोगों ने पुलिस प्रशासन से सूदखोरों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने और ऐसे व्यक्तियों पर अंकुश लगाने की मांग की जो गैरकानूनी तरीके से सूदखोरी के कारोबार से रातो रात धनवान बनने के लिए प्रतिदिन के हिसाब से सूदखोरी कर रहे हैं. इस दौरान मेड़ता विधायक इंदिरा देवी बावरी सहित जनप्रतिनिधि व आमजन मौके पर मौजूद रहे.
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Reporter- Damodar Inaniya