Merta News: नगौर के  मेड़ता  में किसानों को निर्बाध रूप से बिजली सप्लाई के लिए लगाया गया ट्रांसफार्मर महज 18 घंटे में ही बंद हो गया. इसे बिजली विभाग के कामों पर सवालिया निशान लगते नजर आ रहे है. बिजली विभाग की तरफ से लगाए गए 33 केवी जीएसएस में  को जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारियों के प्रयासों पर मंगलवार को 5 मेगा वाट का एक पावर ट्रांसफॉर्मर मेड़ता रोड जीएसएस में लगाया गया था. ट्रांसफार्मर लगने के साथ ही कार्यवाहक सहायक अभियंता सुनील बाजिया ने जनता को निर्बाध बिजली उपलब्ध कराने एवं वोल्टेज समस्या से छुटकारे की बात कह कर खुशी जताई थी. पर उनकी इस खुशी को धक्का तब लगा जब मंगलवार को जीएसएस पर लगाया गया  पावर ट्रांसफार्मर महज 18 घंटे में ही चलकर बंद हो गया. 


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गौरतलब  है कि इस पावर ट्रांसफार्मर को शुरू करने के महज 2 घंटे पूर्व ही एफ आई एस के कार्यवाहक सहायक अभियंता रामनिवास पिचकिया के जरिए मेड़ता रोड पहुंचकर ट्रांसफार्मर के कार्य की समीक्षा की गई थी. 


बताया जा रहा है कि जनप्रतिनिधियों के अथक प्रयासों के बाद मेड़ता रोड जीएसएस को यह पावर ट्रांसफॉर्मर रिपेयर कर तैयार किया गया था जो अपनी सेवाएं नहीं दे सका . इस पावर ट्रांसफार्मर के जलने से एक बार फिर क्षेत्रवासियों को अघोषित कटौती का दंश झेलना पड़ेगा.


 ज्ञात रहे कि इस जीएसएस से निकलने वाले सात फीडरों से मेड़ता रोड ,छापरी ,खेडूली ,जारोडा ग्राम पंचायतों के तकरीबन 35 से 40 गांव और बड़ी ढाणियां में विद्युत आपूर्ति की जाती है . इस जीएसएस पर कृषि एवं शहरी क्षेत्र के विद्युत लोड के अनुसार एक पावर ट्रांसफार्मर की आवश्यकता हमेशा बनी रहती है. इसी समस्या के समाधान के लिए मंगलवार को एक पावर ट्रांसफार्मर लगाया गया था।


मेड़ता रोड जीएसएस पर सहायक अभियंता की स्थाई नियुक्ति नहीं होने तक विद्युत समस्याओं का स्थाई समाधान करवा पाना टेढ़ी खीर साबित होता दिखाई दे रहा है. मेड़ता रोड कस्बे की कई कॉलोनियों की विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने के लिए ट्रांसफार्मर लगाए जाने के प्रस्ताव फाइलों में ही दम तोड़ रहे हैं. पिछले माह से सहायक अभियंता का पद रिक्त है इस पद पर कार्यवाहक सहायक अभियंता के रूप में कनिष्ठ अभियंता कार्य कर रहे हैं.


Reporter: Damodar Inaniya