Nagaur News : खींवसर कस्बे वासियों के गुस्सा फूटा और बड़ी संख्या में महिलाएं कस्बे के जलदाय कार्यालय पहुचीं और प्रदर्शन किया. महिलाओं ने आरोप लगाया कि घरों में पानी नहीं आ रहा है. जिससे उनको महंगी कीमतों पर पीने के पानी के टैंकर डलवाने पड़ रहे है.


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खींवसर कस्बे में पानी की सप्लाई नहीं मिलने से कस्बे में पानी की किल्लत बड़ी समस्या बन चुकी है. कस्बे वासियों के गुस्सा फूटा और बड़ी संख्या में महिलाएं कस्बे के जलदाय कार्यालय पहुचीं और प्रदर्शन किया. महिलाओं ने आरोप लगाया कि घरों में पानी नहीं आ रहा है. जिससे उनको महंगी कीमतों पर पीने के पानी के टैंकर डलवाने पड़ रहे है. लेकिन सब लोग टेंकरो से पानी डलवाने के लिए सक्षम नहींं है. लंबे समय से चल रही पानी की समस्या का हल नहीं निकला तो हम लोग भूख हड़ताल करने पर मजबूर हो जायेगे.


वहीं महिलाओं ने ये भी आरोप लगाया कि कस्बे में नई पानी की पाईपलाइन डालने के नाम पर लोगो को लूटा गया है. कस्बे में नई पाइप लाइन डालने के नाम पर रसीद से भी ऊपर पैसे लिये गए फिर भी अभी तक पानी नहीं आ रहा है जबकि बिल हर महीने पहुंच जाता है. महिलाओं ने पाइप लाइन के ठेका कर्मियों पर आरोप लगाया कि कभी कभार आने वाले पानी के लिए भी ठेका कर्मी द्वारा रोक दिया जाता है. ठेकाकर्मी द्वारा नई पाइप लाइनों के मुंह को लकड़ी डाल कर बन्द कर दिया जाता है जिससे कभी कभार मिलने वाला पानी भी नहीं मिल पा रहा है.


वहीं कई बार सरपंच और अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है. सोमवार को जब महिलाएं ग्राम पंचायत कार्यालय पहुंची और प्रदर्शन करने लगी जिस पर जनप्रतिनिधि घनश्याम देवड़ा ने संजाइस की जिसके बाद देवड़ा के नेतृत्व में महिलाए जलदाय कार्यालय के बाहर पहुंची और प्रदर्शन करने लगी. महिलाओं ने मांग की कि अधिकारी मौके पर आए और हमारी समस्या सुने. अधिकारी शिविर में व्यस्त होने के कारण मौके पर नहीं पहुंचे और जनप्रतिनिधि घनश्याम देवड़ा से फ़ोन पर बात कर आश्वासन दिया कि आज शाम को ही पानी की समस्या का हल निकाला जाएगा. जिसके बाद जनप्रतिनिधि देवड़ा ने महिलाओं को आश्वासन दिया कि जल्द ही पानी की समस्या दूर कर दी जाएगी जिसके बाद महिलाओं ने प्रदर्शन करना बंद कर दिया. साथ ही चेतावनी दी कि अगर पानी की समस्या दूर नहींं की जाती है तो जल्द ही जिला मुख्यालय पर कलेक्टर को ज्ञापन दिया जाएगा और जरूरत पड़ी तो भूख हड़ताल भी करेंगे.


महिलाओं ने पाइप लाइन के ठेका कर्मियों पर आरोप लगाया कि कभी कभार आने वाले पानी के लिए भी ठेका कर्मी द्वारा रोक दिया जाता है. ठेकाकर्मी द्वारा नई पाइप लाइनों के मुह को लकड़ी डाल कर बन्द कर दिया जाता है जिससे कभी कभार मिलने वाला पानी भी नहीं मिल पा रहा है. वही कई बार सरपंच और अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है.


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