Nagaur latest News: राजस्थान के नागौर जिले में रियाबड़ी उपखण्ड के ग्राम जयनगर में लूणी नदी के तेज बहाव को लेकर प्रशासन ने जयनगर-जैतारण दोनों तरफ के रास्तों पर रेत मेड़-बैरिकेट लगाकर मार्ग बंद किया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 



पिछले दिनों से लगातार हो रही तेज बारिश के चलते आनासागर अजमेर, आलनियावास, रियांबड़ी , झीटीया, बडायली, मेडास, से जयनगर आने वाली लूणी नदी के पानी का वेग तेज देखने को मिला. दोपहर को जयनगर लूणी नदी की रपट पर तेज बहाव के पानी की चादर सड़क से ढाई फुट ऊपर देखने को मिली. 


 



मौके पर स्थिति देखकर प्रशासन हरकत में आया. रियांबड़ी तहसीलदार भीवराज परिहार ने लूणी नदी क्षेत्र का जायजा लेकर जयनगर पटवारी धर्मेंद्र गौड़ को निर्देश देकर जयनगर से लांबिया जाने वाले लूणी नदी रपट के दोनों तरफ जेसीबी से रेत मेड़ बनाकर बैरिकेट से रास्ते पर वाहनों कि आवाजाही पूर्ण बंद किया. 


 



रियांबड़ी तहसीलदार भीवराज परिहार ने जयनगर लूनी नदी क्षेत्र के ग्रामीणों व यात्रा करने वाले आमजन से अनुरोध किया कि लूणी नदी के तेज बहाव को देखते हुए जयनगर लांबिया रपट सड़क मार्ग पर आवाजाही नहीं करें. जयनगर पुलिस कर्मी सिपाही सफी मोहम्मद, नाथूराम, कंवरीलाल लूणी नदी रपट पर तैनात हैं. 


 



ग्राम पंचायत जयनगर की ओर से लूणी नदी के जयनगर सीमा के रास्तों पर जेसीबी की माध्यम से किनारे पर रेत मेड़ बनवाई. जयनगर सरपंच अशोक सांखला, ग्राम विकास अधिकारी रामलाल जाट ने लूणी नदी की मार्ग का व्यापक दौरा कर जायजा लिया. 


 



प्रतिदिन सूर्य उदय से सांयकाल तक जयनगर के लूणी नदी की रपट, शनि धाम, नदीपुरा, लूणी नदी के मार्ग पर 37 वर्षों के बाद आई लूणी नदी की चादर, पानी को देखने के लिए ग्रामीणों का तांता लगा रहता है.


यह भी पढ़ें- सपनों के स्वर्ग से भी खूबसूरत हैं राजस्थान की ये जगहें, एक बार गए तो...