मकराना में आर्किटेक्ट ने जुटाईं संगमरमर से जुड़ी जानकारियां, खानों का लिया जायजा
Nagaur News: देश के विभिन्न राज्यों के आर्किटेक्ट ने आज शुक्रवार को संगमरमर नगरी मकराना का राजस्थान वक्फ बोर्ड के सदस्य इरफान अली चौधरी के नेतृत्व में दौरा कर संगमरमर से जुड़ी जानकारियां जुटाई है.
Nagaur, Makrana: देश के विभिन्न राज्यों के आर्किटेक्ट ने आज शुक्रवार को संगमरमर नगरी मकराना का राजस्थान वक्फ बोर्ड के सदस्य इरफान अली चौधरी के नेतृत्व में दौरा कर संगमरमर से जुड़ी जानकारियां जुटाई है.
बता दें कि सेंट्रल फॉर डेवलपमेंट ऑफ स्टोन्स के कन्सर्टटेन्ट प्रकाश पोकरणा व फीक्की के जॉइंट डायरेक्टर गिरिश गुप्ता सहित देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले आर्किटेक्ट का संगमरमर नगरी मकराना आने पर राजस्थान वक्फ बोर्ड के सदस्य इरफान अली चौधरी के नेतृत्व में स्वागत किया गया. साथ ही सभी को मकराना की मार्बल खानों, फैक्ट्रीयों का दौरा करवाया.
इरफान चौधरी ने मकराना मार्बल की गुणवत्ता को लेकर बताया कि मकराना मार्बल का महत्व आर्किटेक को समझाना होगा. जिससे आने वाले समय में इनके द्वारा बनाए जाने वाले प्रोजेक्ट्स में मकराना के संगमरमर का प्रयोग हो सके. उन्होंने बताया कि मकराना में पर्याप्त मार्बल के ब्लॉक और सेलेब्स मौजूद है और मकराना के मार्बल की चमक उपयोग के साथ-साथ बढ़ती जाती है.आर्किटेक के समूह ने इरफान चौधरी का आभार जताया है.
इस दौरान सभी आर्केटेक ने एक मार्बल कारखाने में जाकर मार्बल हैंडीक्राफ्ट की जानकारी भी जुटाई है. वहीं आर्किटेक्ट समूह ने बताया कि मकराना मार्बल सदियों से ऐतिहासिक इमारतों में लगता आ रहा है. ताजमहल और मुगलकाल की ज्यादातर इमारतों में मकराना के संगमरमर का ही उपयोग किया गया है.
साथ ही इरफान अली चौधरी ने कहा कि मार्बल व्यवसाय को गति देने के लिए नई टेक्नोलॉजी की आवश्कता है. वर्षो पहले भारत में मार्बल क्रान्ती के जनक पूर्व मंत्री अब्दुल रहमान चौधरी ने डायमण्ड गैंगसों का आयात करके भारत के मार्बल व्यवसायों में क्रांती लाई थी जिससे पूरे भारत के व्यवसायियों को लाभ मिल रहा है.
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